रामनगर (बाराबंकी)। सहपाठी छात्रा को प्रेम पत्र देने के मामले में शिक्षकों की फटकार से क्षुब्ध छात्र ट्रेन पकड़कर दिल्ली चला गया। देर शाम तक छात्र स्कूल से घर नहीं पहुंचा। इससे परेशान परिवारीजनों ने तलाश शुरू की। मगर, कुछ पता न चलने पर देर रात कोतवाली पहुंच गुमशुदगी दर्ज कराई। हालांकि शुक्रवार की सुबह छात्र ने अपने परिवारीजनों को फोन कर दिल्ली में होने की बात बताई। इसकी सूचना पर पुलिस व परिवारीजन छात्र को लेने दिल्ली रवाना हुए।
मामला थाना व कस्बा रामनगर का है। यहां के एक मोहल्ला निवासी छात्र कस्बे के ही एक कॉलेज में 10वीं का छात्र है। हमेशा की तरह वह बृहस्पतिवार को भी स्कूल गया था। जहां उसने अपनी सहपाठी छात्रा को प्रेम पत्र दिया। इसकी जानकारी होने पर शिक्षकों ने छात्र-छात्रा व उसके दोस्त को अलग बुलाकर फटकार लगाई।
वहीं तीनों से अपने परिवारीजनों को स्कूल लाने की चेतावनी दी। इससे क्षुब्ध छात्र स्कूल से घर जाने की बजाय बुढ़वल स्टेशन पहुंचा और ट्रेन पकड़कर दिल्ली चला गया। उधर, देर शाम तक छात्र के न आने पर परिवारीजन परेशान हो गए। काफी तलाश के बाद छात्र का पता नहीं चला तो पिता ने कोतवाली पहुंच बेटे की गुमशुदगी दर्ज कराई।
इसके बाद पुलिस व परिवारीजन छात्र की तलाश कर रहे थे। शुक्रवार सुबह छात्र ने परिवारीजनों को फोन कर दिल्ली में होने की बात बताई। जिसकी सूचना परिवारीजनों ने पुलिस को दी। पुलिस ने जिस नंबर से फोन आया था उस पर बात कर छात्र की लोकेशन ली।
उसके बाद पुलिस लापता छात्र को लेने परिवारीजनों के साथ दिल्ली रवाना हुई। उधर, कॉलेज के प्रधानाचार्य ने बताया कि आरोपी छात्र ने सहपाठी छात्रा को प्रेम पत्र दिया था। जिसको लेकर उसे डांट-फटकार कर परिवारीजनों को बुलाकर लाने के लिए कहा गया था। मगर, ऐसा न करने पर छात्र-छात्रा व उसके दोस्त को कॉलेज से निष्काषित कर दिया है।
छात्र स्कूल से लापता नहीं हुआ था। बल्कि शिक्षकों की डांट के क्षुब्ध होकर घर जाने की बजाय ट्रेन पकड़कर दिल्ली चला गया था। इसकी जानकारी मिलने पर पुलिस व परिवारीजन उसे लेने दिल्ली गए हैं।
-दिनेश दूबे, सीओ रामनगर