आगरा: डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के आवासीय परिसर के संस्थानों व विभागों में संविदा शिक्षकों के 47 रिक्त पद भरे जाएंगे। इसके लिए राजभवन से अनुमति मिल गई है। दिवाली के बाद इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।आवासीय परिसर के तीन संस्थानों व विभागों में संविदा शिक्षकों के 81 पद सृजित हैं। इनके सापेक्ष 34 शिक्षक कार्यरत हैं और 47 पद खाली हैं। वहीं विश्वविद्यालय में संविदा शिक्षकों में प्रोफेसर के 06, एसोसिएट प्रोफेसर के 09 और प्रवक्ता के 67 पद रिक्त हैं। आईईटी में ही संविदा शिक्षकों के कुल 60 पद हैं। इसमें से महज 27 शिक्षक तैनात हैं, 33 पद खाली हैं। फार्मेसी विभाग में 19 पद सृजित हैं, इनमें 7 भरे हुए हैं और 12 खाली हैं। कंप्यूटर सेंटर में दो पद हैं और दोनों खाली हैं।
वर्तमान में विश्वविद्यालय के आवासीय इकाई के संस्थानों व विभागों में कुल 60 शिक्षक संविदा पर कार्यरत हैं। ये आईईटी, फार्मेसी के अलावा दाऊदयाल वोकेशनल इंस्टीट्यूट, सेठ पदमचंद जैन प्रबंधन संस्थान, स्कूल ऑफ लाइफ साइंस, ललित कला संस्थान, भौतिक विज्ञान विभाग, दीनदयाल ग्राम्य विकास संस्थान, शारीरिक शिक्षा विभाग में तैनात हैं। आईईटी, फार्मेसी व कंप्यूटर केंद्र को छोड़कर संविदा शिक्षकों के संबंध में पद सृजन की स्थिति स्पष्ट नहीं है।
संविदा शिक्षकों का मानदेय भी बढ़ेगा
विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने बताया कि संविदा शिक्षकों का मानदेय भी बढ़ाया जाएगा। इसके लिए भी राजभवन से अनुमति मिल गई है। अभी तक संविदा शिक्षकों को प्रतिमाह 35 हजार रुपये मानदेय दिया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार मानदेय बढ़ाकर 45 हजार तक किया जा सकता है।