फिरोजाबाद। एसआईटी जांच का सामना कर रहे जिले के परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों ने मंगलवार को अक्तूबर माह का वेतन नहीं मिलने पर मुख्यालय पर हंगामा कर दिया। सुप्रीम कोर्ट द्वारा वेतन भुगतान संबंधी निर्देशों के तहत इन शिक्षकों को माह सितंबर तक का वेतन दिया जा रहा है। हालांकि शिक्षक अन्य जनपदों में अक्तूबर तक वेतन दिए जाने का हवाला देकर जुलाई से अक्तूबर तक के वेतन की मांग कर रहे थे। हालांकि बीएसए अंजली अग्रवाल ने हंगामे जैसी स्थिति से इनकार किया है।
जिले के परिषदीय विद्यालयों में तैनात 116 शिक्षक एसआईटी जांच का सामना कर रहे हैं। जांच प्रक्रिया के चलते शिक्षकों पर बर्खास्तगी की तलवार भी लटकी थी। जांच प्रक्रिया लंबित होने के कारण इन सभी के वेतन भुगतान पर भी गत जुलाई से रोक लगी थी। हालांकि सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी हालिया आदेश में सभी को बकाया वेतन भुगतान करने को कहा गया है।
मंगलवार को सभी शिक्षकों को माह सितंबर तक लंबित देय भुगतान की कार्रवाई की जा रही थी। तभी मुख्यालय पहुंचे कई शिक्षकों ने अन्य जनपदों का हवाला देते हुए अक्तूबर तक का वेतन भुगतान करने की मांग की। इस पर बीएसए कार्यालय में हंगामे जैसी स्थिति खड़ी हो गई। सूत्रों की माने तो एसआईटी जांच में फंसे कई शिक्षकों की बीईओ मुख्यालय से नोकझोंक भी हुई। हालांकि बीएसए ने हंगामे जैसी किसी स्थिति से इनकार किया है।
अन्य जनपदों से पता किया गया है। अन्य जनपदों में भी एसआईटी जांच का सामना कर रहे शिक्षकों को सितंबर तक वेतन भुगतान की कार्रवाई की बात सामने आई है। वेतन भुगतान से जुड़ी प्रक्रिया में शिक्षकों द्वारा हंगामा किए जाने की जानकारी नहीं है। घटना के बारे में जानकारी की जाएगी।
अंजली अग्रवाल बीएसए