वाराणसी। कोरोना काल में बिना परीक्षा दिए दो कक्षाएं पास करने वाले बच्चों को 12 नवंबर को एक इम्तिहान देना होगा। शिक्षा मंत्रालय के निर्देश पर देशभर में 733 जिलों में एक साथ ‘नेशनल एसेसमेंट सर्वे कराया जा रहा है। बनारस में इस टेस्ट के लिए 218 स्कूलों को चुना गया है। इनमें सीबीएसई के अलावा आईसीएससी, परिषदीय और माध्यमिक स्कूल भी शामिल हैं। परीक्षा ओएमआर शीट पर होगी।
देशभर में यह सर्वे कराने की जिम्मेदारी सीबीएसई को दी गई है। प्रश्न पत्र एनसीईआरटी ने तैयार किए हैं। परीक्षा में कक्षा 3, 5 और 8 के विद्यार्थियों से पिछली कक्षाओं के सिलेबस यानी 2, 4 और 7 से प्रश्न पूछे जाएंगे। टेस्ट का मकसद ऑनलाइन कक्षाओं में कितना सीखा के साथ ही परीक्षा न देने के कारण उनकी पढ़ाई पर पड़े असर की जांच करना भी होगा। सीबीएसई की तरफ से जारी दिशानिर्देशों के अनुसार हर क्लास के छात्रों के बैच बनाने हैं। सीबीएसई की कोऑर्डिनेटर और सनबीम भगवानपुर की प्रधानाचार्या डॉ. गुरमीत कौर ने बताया कि परीक्षा के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का भी कड़ाई से पालन किया जाएगा।बनारस से चुने गए 218 स्कूलों में परीक्षा की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। परीक्षा देने वाले छात्रों से एक सर्वे फार्म भी भरवाया जाएगा। कक्षा 3 और 5 के पेपर 90 मिनट और कक्षा 8 के पेपर 120 मिनट के होंगे। 8 के पेपर में विज्ञान से संबंधित प्रश्न भी होंगे जबकि छोटी कक्षाओं में भाषा, सामान्य ज्ञान और सामान्य गणित के प्रश्न पूछे जाएंगे। परीक्षा की निगरानी के लिए सीबीएसई ने हर जिले में एक नोडल प्रभारी और सेक्टर प्रभारी भी तैनात किए हैं।