शिक्षा मंत्रालय व सीबीएसई बोर्ड से जिले की 238 शिक्षण संस्थाओं की शैक्षिक गुणवत्ता जांचने के लिए नेशनल अवीवमेंट सर्वे का आयोजन किया। इस परीक्षा की समय से सूचना नहीं पहुंचने के चलते अधिकतर विद्यालयों में बच्चों की संख्या काफी कम रही।
नेशनल अचीवमेंंट सर्वे में शिक्षा की गुणवत्ता को परखने के लिए परिषदीय विद्यालयों, इंटर कालेज, सहायता प्राप्त इंटर कालेज, सहायता प्राप्त व मान्यता प्राप्त मदरसों की शैक्षिक गुणवत्ता को परखा जाना था। इस कार्य के लिए 238 शिक्षण संस्थाओं को चुना गया, लेकिन शिक्षण संस्थाओं को समय से सूचना नहीं मिल सकी। इस कारण अधिकतर विद्यालयों व मदरसों में बच्चों की संख्या काफी कम रही। उधर, परीक्षा के दौरान डायट प्राचर्य ने चयनित विद्यालयों में संस्थान के प्रवक्ता व अन्य कोज प्रवक्ता सुपरवाइजर के रूप में तैनात किए। सबह सात से साढ़े दस बजे तक परीक्षा कराई। डायट प्राचार्य व एसआरजी केंद्रों पर निगाह बनाए रहे।