गोरखपुर : गोरखपुर में 62 आशा कार्यकर्ताओं को स्वास्थ्य विभाग ने हटाने का फैसला लिया है। डीएम विजय किरन आनंद के बार-बार निर्देश के बाद भी ये काम में लापरवाही कर रही थीं। डीएम के निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इनकी सेवा समाप्त करने की तैयारी शुरू कर दी है।
14 ब्लाकों में हो रही थी लापरवाही
सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने बताया कि 14 ब्लाकों की 62 आशा कार्यकर्ता कार्य में लापरवाही बरत रही थीं। इसकी वजह से इनके क्षेत्रों में कोविड वैक्सीन से लेकर सामान्य व ब’चों के नियमित टीकारकण में कमी आई है। इसे देखते हुए डीएम ने इन 62 लोगों की सेवा समाप्ति का निर्देश दिया है।
यहां की इतनी आशा हटाई जाएंगी
पिपरौली-10
भटहट-01
खोराबार- 02
उरुवा-02
गगहा-05
सरदार नगर- 03
ब्रह्मपुर-02
सहजनवां-01
डेरवा-13
खजनी- 01
बेलघाट-01
गोला-03
कौड़ीराम- 12
कैंपियरगंज- 06
प्रोत्साहन राशि दी जाए
आल इंडिया आशा बहू कार्यकर्ता कल्याण सेवा समिति की अध्यक्ष चंदा यादव ने शासन से मांग की है कि आशा कार्यकर्ताओं को शीघ्र प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाए। इसे लेकर पिछले दिनों धरना-प्रदर्शन किया गया था। डीएम और सीएमओ के वार्ता के बाद धरना खत्म किया गया था। वार्ता के बाद भी अब तक प्रोत्साहन राशि पर कोई निर्णय नहीं हो सका है। उन्होंने विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि आशा और आशा संगिनी की शैक्षिक योग्यता भविष्य में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की जाए। चतुर्थ श्रेणी कर्मियों के समान वेतनमान दिया जाए। आशा के सहयोग के लिए प्रत्येक गांव में आशा सहायिका का पद सृजित किया जाए। उपकेंद्रों पर आशाओं के लिए अलग से कमरा दिया जाए। अगर ये सब मांगें नहीं मानी गईं तो संगठन आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा। जिसकी पूरी जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की होगी। आशा कार्यकर्ताओं के हित में हर संभव लड़ाई लड़ी जाएगी।