प्रयागराज। उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी (पीएनपी) ने जूनियर हाईस्कूल शिक्षक भर्ती परीक्षा कराकर परिणाम जारी किया तो उस पर सवाल खड़े हो गए। कई अभ्यर्थियों ने उत्तरमाला का मिलान किया तो सही जवाब वाले सवालों की संख्या की गणना से खुद को सफल मान रहे थे, लेकिन परिणाम आया तो असफल देख हैरान रह गए। बलिया की एक अभ्यर्थी शिल्पी सिंह तो शून्य अंक पाने से हतप्रभ हैैं। उन्होंने परीक्षा नियामक प्राधिकारी को प्रत्यावेदन दिया है। पुन: प्रश्नपुस्तिका और ओएमआर शीट की जांच कराकर परिणाम संशोधित करने की मांग की है। पीएनपी इस तरह की मिली शिकायतों का संज्ञान लेकर निस्तारण कराएगा।
जांच कराकर परिणाम संशोधित करने की मांग
बलिया के कलेक्ट्रेट कालोनी सिविल लाइंस निवासी शिल्पी सिंह ने बताया कि उन्होंने भर्ती विज्ञापन निकलने पर सहायक अध्यापक पद के लिए आनलाइन आवेदन किया। परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से प्रवेशपत्र जारी किया गया तो उन्हें आजमगढ़ के आजाद मेमोरियल स्कूल में परीक्षा केंद्र मिला। 17 अक्टूबर को पहली पाली में परीक्षा दी। उन्हें सी सीरीज की पुस्तिका मिली। उनका दावा है कि उन्होंने 120 से ज्यादा प्रश्न हल किए और उत्तर ओएमआर शीट पर भरे। 15 नवंबर को जारी किए गए परिणाम में उन्हें शून्य अंक देकर अनुत्तीर्ण (नाट क्वालीफाइड) कर दिया गया, इससे उनका भविष्य अंधकारमय हो गया है। उन्होंने परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव को प्रत्यावेदन भेजकर पुन: प्रश्नपुस्तिका और ओएमआर शीट की जांच कराकर परिणाम संशोधित करने की मांग की है। पीएनपी इस तरह की मिली शिकायतों का संज्ञान लेकर निस्तारण कराएगा।