प्रदेश के अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा 28 नवंबर आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा में 33 हजार से अधिक अभ्यर्थी शामिल होने जा रहे हैं। तीसरे एवं अंतिम चरण की लिखित परीक्षा में व्यवस्थागत तैयारियों को लेकर बृहस्पतिवार को जिला प्रशासन एवं उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग के अफसरों की संयुक्त बैठक हुई।
अशासकीय महाविद्यालयों में 47 विषयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 2002 पदों पर भर्ती होनी है। इसके लिए पहले दो चरणों 34 विषयों की परीक्षा हो चुकी है। तीसरे चरण में 13 विषयों की परीक्षा होनी है, जिसके लिए कुल 33150 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं। सुबह नौ से 11 बजे की पहली पाली की परीक्षा के लिए 16787 और अपराह्न दो से चार बजे की दूसरी पाली की परीक्षा के लिए 16363 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं।
पहली पाल की परीक्षा के लिए प्रयागराज में 33 केंद्र और दूसरी पाली की परीक्षा के लिए 32 केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा केंद्रों को कुल 12 सेक्टरों में विभाजित किया गया है। परीक्षा की तैयारियों को लेकर बृहस्पतिवार को हुई बैठक में परीक्षा को नकल विहीन एवं शासन के निर्देशों का पालन करते हुए शुचिता पूर्वक कराने पर जोर दिया गया। बैठक में एडीएम सिटी मदन कुमार, आयोग की सचिव वंदना त्रिपाठी समेत केंद्र व्यवस्थापक एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट मौजूद रहे।
आयु सीमा पर आयोग ने स्पष्ट की स्थिति
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने पीसीएस-2021 के तहत प्रधानाचार्य जीआईसी पद के लिए निर्धारित आयु सीमा को लेकर स्थिति स्पष्ट की है। आयोग के सचिव जगदीश की ओर से जारी शुद्धि पत्र के अनुसार प्रधानाचार्य, राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज (बालक या बालिका) पद के लिए अभ्यर्थियों को एक जुलाई 2021 को न्यूनतम 30 वर्ष अवश्य पूरी कर लेनी चाहिए और उन्हें 40 वर्ष से अधिक आयु का नहीं होना चाहिए। आयोग ने पांच फरवरी 2021 को जारी विज्ञापन में आयु सीमा से संबंधित प्रावधान शामिल नहीं किया गया था, जिसकी वजह से आयोग को शुद्धि पत्र जारी करना पड़ा।
प्रवक्ता पद पर एक अभ्यर्थी का चयन निरस्त
वांछित अभिलेख प्रस्तुत न करने पर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने राजकीय इंटर कॉलेज में प्रवक्ता अर्थशास्त्र के पद चयनित अभ्यर्थी धर्मेंद्र कुमार (एससी श्रेणी) का चयन निरस्त कर दिया है। आयोग के संयुक्त सचिव ओम प्रकाश मिश्र के अनुसार अभ्यर्थी का चयन निरस्त होने के कारण रिक्त हुए पद पर नाम संस्तुत किए जाने के क्रम में एससी श्रेणी का कोई अन्य अभ्यर्थी उपलब्ध न होने के कारण एक पद के पुनर्विज्ञापन की संस्तुति की गई है।