लखनऊ : उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद यूपी सरकार सख्त रवैया अपना रही है। मामले में अब तक उत्तर प्रदेश पुलिस की एसटीएफ की ओर से करीब 30 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। परीक्षा को पहले ही रद्द कर दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रासुका और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। जानकारी में सामने आया है कि पेपर परीक्षा केंद्र से लीक नहीं हुआ है। बेसिक शिक्षा विभाग की सचिव अनामिका सिंह ने बताया कि अभी टीईटी की नई तारीख तय नही हुई है। उन्होंने बताया कि नई तिथि और विभागीय जांच पर निर्णय मंगलवार तक किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने भी परीक्षा को एक माह के भीतर दोबारा और पूर्ण पारदर्शी तरीके से आयोजित करने के निर्देश दिए थे।
जानकारी के मुताबिक पेपर लीक करने वालों में कुछ सरकारी कर्मचारी भी शामिल बताए जा रहे हैं। पेपर परीक्षा केंद्र पहुंचने से पहले ही लीक हो गया था। इसके तार मथुरा, बुंदेलखंड, शामली से लेकर शासन सचिवालय, लखनऊ तक जुड़ रहे हैं। एसटीएफ मामले की सघनता और तत्परता के साथ कर रही है। सरकार की सख्त हिदायत के बाद पुलिस भी तेजी से कार्रवाई में जुटी है। यूपी टेट की परीक्षा में भाग लेने के लिए आए करीब 20 लाख परीक्षार्थियों के लिए राज्य भर में 2,736 परीक्षा केंद्रों का निर्धारण किया गया था।
उधर, उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी प्रशांत कुमार ने मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा कि यूपी टीईटी की परीक्षा का प्रश्न-पत्र लीक होने के कारण परीक्षा निरस्त कर दी गई है। एक माह के अंदर यूपी टीईटी परीक्षा दोबारा आयोजित कराई जाएगी। उम्मीदवारों को इसके लिए दोबारा फीस भी नहीं भरनी होगी। साथ ही सरकार की और प्राप्त निर्देशों के अनुसार, निशुल्क यात्रा की व्यवस्था की भी जाएगी।
दिसंबर में हो सकती है यूपीटीईटी, तैयारी शुरू
उधर, उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग ने परीक्षा एजेंसी के साथ मिलकर अधिक पारदर्शी तरीके से उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा को दोबारा आयोजित करने की तैयारी शुरू कर दी है। यूपी टीईटी की परीक्षा दिसंबर माह के अंत तक आयोजित की जा सकती है। नई तिथि और विभागीय जांच पर निर्णय मंगलवार तक किया जाएगा। वहीं, परीक्षा नियामक एजेंसी की एसटीएफ जांच के दायरे में हैं।