कासगंज। जिले के गांव मिहारी के डाकघर में एक डाकपाल फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पूरे सेवाकाल में नौकरी करता रहा और जब सेवानिवृत्ति के बाद उसके दस्तावेजों के सत्यापन की सुध विभाग को आई तब उसके फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। एटा मंडल के डाक अधीक्षक ने कासगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।
डाक अधीक्षक द्वारा दिए प्रार्थना पत्र में लिखा है कि 23 अप्रैल 1998 को जारी विज्ञापन के आधार पर गांव नगला सहजन के भरत सिंह ने आवेदन किया था। इसमें उन्होंने हाईस्कूल का अंकपत्र लगाया था और खुद को द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण होना दर्शाया था। इसके आधार पर उन्हें शाखा डाकपाल के पद पर नियुक्त कर दिया। सेवाएं पूर्ण होने के बाद वे पिछले साल सेवानिवृत्त भी हो चुके हैं। इस बीच अब अमांपुर क्षेत्र के गांव अल्लीपुर के मानपाल सिंह ने एक शिकायती पत्र दिया। इसके आधार पर उनके दस्तावेजों की जांच कराई गई। इसमें उसकी हाईस्कूल की अंकतालिका फर्जी पाई गई है। उन्होंने अनियमित तरीके से नियुक्ति प्राप्त करने के बाद दस्तावेजों में हाईस्कूल तृतीय श्रेणी की अंकतालिका भी लगाई। फर्जीवाड़े और धोखाधड़ी के आरोप में सेवानिवृत्त शाखा डाकपाल के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
वर्जन-
तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत करने की कार्रवाई की गई है। मामले की जांच की जा चुकी है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई होगी।- दीप कुमार पंत, सीओ सिटी।