उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) हर साल के अंत में अगले वर्ष का भर्ती परीक्षा कैलेंडर जारी कर देता है, लेकिन इस बार वर्ष 2022 का कैलेंडर अभी जारी नहीं किया गया है। इसके लिए अभ्यर्थियों को थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है। आयोग यूपी विधानसभा चुनाव का कार्यक्रम जारी होने का इंतजार कर रहा है, ताकि चुनाव एवं भर्ती परीक्षाओं की तिथियां आपस में न टकराएं।
आयोग ने भर्ती परीक्षा का पिछला कैलेंडर 10 जून 2021 को जारी किया था। कोविड के कारण कई परीक्षाएं स्थगित होने पर आयोग को यह संशोधित कैलेंडर जारी करना पड़ा था। इसमें 25 जुलाई 2021 से 10 अप्रैल 2022 तक 14 भर्ती परीक्षाएं शामिल की गईं थीं।
14 में से पांच भर्ती परीक्षाएं वर्ष 2022 में होनी हैं। प्रधानाचार्य श्रेणी-2/उप प्रधानाचार्य/सहायक निदेशक स्क्रीनिंग परीक्षा नौ जनवरी को, पीसीएस-2021 की मुख्य परीक्षा 28 जनवरी से, सहायक वन संरक्षक (एसीएफ)/क्षेत्रीय वन अधिकारी (आरएफओ)-2021 की मुख्य परीक्षा सात मार्च से, प्रवक्ता राजकीय डिग्री कॉलेज स्क्रीनिंग परीक्षा तीन अप्रैल को और समीक्षा अधिकारी (आरओ)/सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ)-2021 की मुख्य परीक्षा 10 अप्रैल से प्रस्तावित है।
चुनाव के डेट से तिथियां टकराने पर बदल सकती हैं तारीखें
इसके अलावा 23 जनवरी को सम्मिलित राज्य अभियंत्रण सेवा परीक्षा-2021 भी प्रस्तावित है, जो पूर्व में जारी आयोग के संशोधित कैलेंडर में शामिल नहीं थी। यूपी विधानसभा चुनाव का कार्यक्रम इस माह घोषित होने की उम्मीद है। अगर चुनाव की तिथियां और 10 जून 2021 को जारी आयोग के संशोधित कैलेंडर में शामिल भर्ती परीक्षाओं की तिथियां आपस में टकराती हैं तो आयोग ने संशोधित कैलेंडर में भी बदलाव करना पड़ेगा।
इसी वजह से वर्ष 2022 की भर्ती परीक्षाओं का नया कैलेंडर अटका हुआ है। सूत्रों का कहना है कि आयोग को कई नई भर्तियों के लिए पदों का अधियाचन भी प्राप्त हो चुका है, लेकिन आयोग चुनाव कार्यक्रम जारी होने का इंतजार कर रहा है। चुनाव की तिथियां घोषित होने के बाद कैलेंडर जारी होगा तो भर्ती परीक्षाओं के आयोजन में कोई बाधा नहीं आएगी। इस बारे में आयोग के सचिव जगदीश का कहना है कि विधानसभा चुनाव की तिथियां घोषित होते ही भर्ती परीक्षाओं का नया कैलेंडर जारी कर दिया जाएगा।