UPTET: रविवार को दो पालियों में हुई उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी-टीईटी) में 2017 के सवालों की पुनरावृत्ति केवल कुछ प्रश्नों तक सीमित नहीं है। जूनियर स्तर पर सभी सवाल 2017 से पेपर से आए हैं। इन सवालों की मूल भाषा समान है, लेकिन उत्तर के क्रमांक बदले हुए हैं। परीक्षा में 2017 से जो सवाल 2021 के पेपर में रिपीट हुए हैं, उसमें पांच-पांच सवालों का पैटर्न है। प्राइमरी स्तर पर भी सवाल रिपीट हुए हैं, लेकिन जूनियर के सापेक्ष इनकी संख्या कम है। सोमवार को 2017 और 2021 टीईटी की मूल बुकलेट के सवाल मिलान करते ही छात्रों के पैरों तले जमीन खिसक गई। सभी सवालों के पुराने पेपर से आने का असर रिजल्ट पर पड़ सकता है। इस बार ना केवल औसत प्राप्तांक बढ़ने की उम्मीद है बल्कि उत्तीर्ण प्रतिशत में भी बढ़ोतरी होगी।
जूनियर में इस तरह आए पुराने सवाल
जूनियर स्तर पर 2017 और 2021 (रविवार-2022 को हुआ पेपर) में दोनों की बुकलेट सीरीज ‘सी’ से सवालों का मिलान किया गया। चाइल्ड डवलपमेंट पैडॉगॉगी सेक्शन में रविवार को आया प्रश्न संख्या एक 2017 में 24 वें नंबर पर है। प्रश्न दो, तीन, चार और पांच 2017 की बुकलेट में 25-28 तक क्रमवार हैं। रविवार के पेपर में प्रश्न समान है, लेकिन उत्तर के विकल्प के क्रम बदले हुए हैं। 2021 के पेपर में प्रश्न छह से 10 तक 2017 की बुकलेट में 14-18 नंबर पर हैं। सभी सेक्शन में पांच-पांच प्रश्नों को ग्रुप को आगे-पीछे किया गया है। दोनों बुकलेट के प्रश्न मिलाने पर हिन्दी, अंग्रेजी, गणित-साइंस और सामाजिक विज्ञान में सभी प्रश्न 2017 से मिल रहे हैं। यानी 2017 का पेपर सौ फीसदी रविवार को जूनियर में रिपीट हुआ।
प्राइमरी स्तर पर इतने सवाल पुराने
कक्षा एक से पांचवीं तक प्राइमरी स्तर के टीईटी में चाइल्ड डवलपमेंट पैडॉगॉगी सेक्शन में 15, हिन्दी में 23, अंग्रेजी में आठ, संस्कृत में 18, गणित में 16 और पर्यावरण अध्ययन में 17 सवाल 2017 के पेपर से हैं। प्रत्येक सेक्शन में कुल सवालों की संख्या 30 होती है। ऐसे में प्राइमरी स्तर के पेपर में भी 60 फीसदी से ऊपर सवाल 2017 के पेपर से आए हैं।
पेपर मिलाकर देखा तो होश उड़ गए
प्राइमरी एवं जूनियर स्तर के दोनों पेपर देने वाले रजत शर्मा को रविवार को 2017 के सवाल रिपीट होने पर यकीन नहीं हुआ, लेकिन सोमवार को जब दोनों बुकलेट सामने रखी तो दावे सही निकले। रजत के अनुसार जूनियर टीईटी में तो लगभग सारे सवाल 2017 के पेपर से आए हैं। इनमें केवल उत्तर क्रमांक बदला हुआ है। प्राइमरी में पुराने सवालों की संख्या थोड़ी कम है, लेकिन सवाल 2017 से ही आए हैं। साक्षी शर्मा के मुताबिक जूनियर में पूरा पेपर 2017 से था।
सोशल मीडिया पर कसे जा रहे तंज
जूनियर में सौ फीसदी पेपर रिपीट होने पर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ी हुई है। रियल हिमांशु राणा के फेसबुक पेज पर पोस्ट है ‘रावण कितना भी बुरा आदमी था, लेकिन तीर कॉपी-पेस्ट करके नहीं चलाता था। प्राथमिक 67%, उच्च प्राथमिक 100% कट-पेस्ट 2017 से। दूसरी पोस्ट है। यूपी टेट-2017 जूनियर 150 के साथ प्रथम पायदान पर। पैराग्राफ भी ना छोड़ें। पेपर 2022 का रहा है, लेकिन शब्द 2017 के हैं। नीली की जगह काली स्याही प्रयुक्त की है बस।