संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा 2021-23 में शामिल हो चुके 37 हजार अभ्यर्थियों के लिए राहत भरी खबर हैं। काउंसलिंग कराने के बाद भी जिन अभ्यर्थियों को सीटें नहीं आवंटित हुईं थीं, जल्द ही उनका शुल्क वापस खाते में वापस कर दिया जाएगा।लखनऊ विश्वविद्यालय ने एक फरवरी से शुल्क भेजने की तैयारी की है।
इस बार लखनऊ विश्वविद्यालय ने संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा आयोजित की थी। दाखिले के लिए दो महीने तीन दिन तक चली काउंसलिंग की प्रक्रिया 20 नवंबर को समाप्त हुई थी। राज्य समन्वयक प्रो. अमिता बाजपेयी ने बताया कि प्रदेश भर के करीब पांच हजार अभ्यर्थी ऐसे हैं, जिन्होंने सीधी काउंसिलिंग में प्रतिभाग कर 51,250 रुपये शुल्क जमा कर दिया था। लेकिन कोई सीट आवंटित नहीं हो पाई। इसके अलावा करीब 32 हजार अभ्यर्थी ऐसे भी हैं, जिन्होंने पहली और पूल काउंसलिंग में शामिल होने के लिए पांच हजार रुपये एडवांस में जमा किए थे। इन सभी के शुल्क वापसी की प्रक्रिया एक फरवरी से शुरू करने की तैयारी है। अभ्यर्थियों की सूची तैयार कर ली गई हैं।
काउंसलिंग के समय दिए गए खाते में जाएगा पैसा: उन्होंने बताया कि यह धनराशि अभ्यर्थी की ओर से काउंसलिंग के समय भरे गए विवरण के मुताबिक बैंक खाते में वापस भेजी जाएगी। सबसे पहले 51,250 रुपये वाले अभ्यर्थियों का रिफंड वापस किया जाएगा। गौरतलब है कि प्रवेश न पाने वाले ये अभ्यर्थी दो महीने से अपना जमा शुल्क वापस का इंतजार कर रहे हैं।
2,32,757 सीटों पर हुए थे प्रवेश: संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा में इस साल 5,91,305 अभ्यर्थी पंजीकृत हुए थे। इनमें से 5,33,457 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। 5,32,207 को प्रवेश के लिए अर्ह घोषित किया गया। हालांकि पिछले साल सिर्फ 3,57,701 अभ्यर्थियों ने ही परीक्षा दी थी। इस सत्र में 2,32,757 सीटों पर प्रवेश हुए थे।
प्रवेश शुल्क कालेजों को भेजना शुरू: लखनऊ विश्वविद्यालय ने बीएड पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने वाले अभ्यर्थियों का जमा शुल्क कालेजों में भेजना शुरू कर दिया है। राज्य समन्वयक के मुताबिक अब तक सात विश्वविद्यालयों से संबंद्व बीएड महाविद्यालयों को पैसा भेजा जा चुका है। बाकी कालेजों की फीस भी जल्द ही उनके खाते में पहुंच जाएगी।