देश में कोरोना की तीसरी लहर अब थमती नजर आ रही है। स्कूली बच्चों में संक्रमण की रोकथाम के लिए 15 से 18 साल के किशोरों का टीकाकरण भी जारी हैं।
महाराष्ट्र में खुले पहली से 12वीं तक के स्कूल
महाराष्ट्र में 24 जनवरी से कक्षा पहली से 12वीं तक के स्कूलों को खोला गया है। हालांकि राज्य में अधिक संक्रमण दर वाले जिलों में स्कूलों को खोलने का फैसला स्थानीय प्रशासन पर छोड़ दिया गया हैं।
पहली फरवरी से हरियाणा में खुलेंगे स्कूल
हरियाणा सरकार ने पहली फरवरी से सभी सरकारी और निजी स्कूलों को खोलने का आदेश दिया है। राज्य में पहली फरवरी से स्कूलों में 10वीं से बारहवीं तक की कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। सरकार की ओर से जारी बयान के अनुसार छठी से नौवीं तक की कक्षाएं शुरू करने के लिए फैसला बाद में लिया जायेगा।
तमिलनाडु और कर्नाटक में भी खुलेंगे स्कूल
तमिलनाडु सरकार ने पहली फरवरी से कक्षा एक से 12 तक के छात्रों के लिए कक्षाएं फिर से शुरू करने की घोषणाएं की है। वहीं कर्नाटक सरकार ने 31 जनवरी से पहली से नौवीं तक की कक्षाएं खोलने का फैसला लिया है। इसके साथ ही 31 जनवरी से रात का कर्फ्यू हटा दिया जायेगा।
दिल्ली और यूपी में स्कूल बंद
उत्तर प्रदेश सरकार ने स्कूल और कालेज को छह फरवरी तक बंद करने का आदेश दिया है। इस दौरान आन-लाइन कक्षाएं चलती रहेंगी। वहीं दिल्ली आपदा प्रबंधन ने केंद्र शासित प्रदेश में अभी स्कूलों को खोलने की अनुमतियां नहीं दी है।
उत्तराखंड और त्रिपुरा में 31 जनवरी से खुलेंगे स्कूल
उत्तराखंड सरकार ने 31 जनवरी से 10वीं से 12वीं तक के सभी स्कूलों को खोलने का निर्देश दिया है। हालांकि आंगनबाड़ी केन्द्रों और कक्षा पहली से नौवीं तक के विद्यालय बंद रहेंगे। इनमें आन-लाइन माध्यम से पढ़ाई जारी रहेगी। वहींं त्रिपुरा सरकार ने भी राज्य के सभी स्कूलों और मदरसों (प्री-प्राइमरी से 12वीं कक्षा तक) को 31 जनवरी से सख्त कोविड प्रोटोकाल के साथ सामान्य रूप से खोलने की अनुमतियां दी है।
राजस्थान में भी खुलेंगे स्कूल
राजस्थान सरकार ने 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए स्कूलों को पहली फरवरी से स्कूलों को खोलने के निर्देश दिए हैं। 10 फरवरी से 6वीं से 9वीं कक्षा के लिए भी आफलाइन कक्षाएं शुरू कर दी जाएंगी।
मध्य प्रदेश के सीएम ने कही यह बात
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 31 जनवरी से पहले हम कोविड की स्थितियों की समीक्षा बैठक करेंगे। अगर संक्रमण के केस कम हुए तो फिर से स्कूलों को खोलने को लेकर विचार-विमर्श हो सकता है।