7 फरवरी से कक्षा 9-12 तक के खुल सकतें हैं स्कूल, डीआइओएस ने जारी किए निर्देश
कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप की वजह से स्कूल एक महीने से बंद चल रहे हैं। जहां दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं नजदीक हैं तो वहीं नवीं और ग्यारहवीं के छात्रों की भी वार्षिक परीक्षाएं भी दो माईह बाद आयोजित की जानी है। हालांकि, स्कूलों में आन-लाइन पढ़ाई चल रही है पर छात्रों को इसमें अपनी दिक्कतों को हल करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। इसके मद्देनजर सोमवार को डीआइओएस ने स्कूलों के प्रधानाचार्यों के साथ आनलाइन बैठक में स्कूल खोलने पर विचार-विमर्श किया है।
छात्रों को संक्रमण की चपेट में आने से बचाया जा सके इसके लिए शासन के निर्देशानुसार सभी स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा स्कूल स्तर पर शिविर आयोजित कर छात्रों का टीकाकरण किया जा रहा है। स्कूल खोलने के संबंध में बैठक में जिला विद्यालय निरीक्षक डा. मुकेश कुमार सिंह ने सबसे पहले प्रधानाचार्यों से उनके स्कूलों में छात्रों के टीकाकरण की स्थिति जानी। इस दौरान निर्णय लिया कि उन्हीं छात्र-छात्राओं को स्कूल बुलाया जायेगा, जिनके वैक्सीन की डोज लग चुकी हैं। इसके अलावा छात्रों को उनके अभिभावकों की सहमतियां पर ही प्रवेश दिया जाएगा।
शुरुआत में कक्षा नवीं से बारहवीं तक के छात्रों को बुलाया जाना है। विद्या भवन पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य यूहान कुंवर ने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं के साथ ही वार्षिक परीक्षाएं भी नजदीक हैं ऐसे में छात्रों को आनलाइन से अधिक आफलाइन कक्षाओं में पढ़ने की जरूरत है ताकि वे शिक्षकों से अपनी किसी भी विषय के टापिक में आने वाली दिक्कत का समाधान कर सके। सेक्रेड हार्ट्स स्कूल की प्रधानाचार्य उर्मिला बाजपेयी ने कहा कि संक्रमण की स्थिति अभी ठीक नहीं है ऐसे में हर रोज स्कूल में सैनिटाइजेशन और छात्रों के बीच शारीरिक दूरी के फासले को देखते हुए उनके बैठने की व्यवस्था की जाएंगी।