नई दिल्ली। सिंगल डिग्री प्रोग्राम की पढ़ाई करवाने वाले कॉलेज और विश्वविद्यालयों को बड़ी राहत मिलने जा रही है। छात्रों और आर्थिक संसाधनों की कमी की वजह से बंद होने की कगार पर पहुंचे ऐसे उच्च शिक्षण संस्थान जल्द ही अपने शहर या नजदीक के दूसरे कॉलेजों के साथ मिलकर पढ़ाई करवा सकेंगे। केंद्र सरकार ने नई शिक्षा चार वर्षीय बीएड समेत नीति-2020 के तहत बहुविषयक और पढ़ाई का बेहतर माहौल मुहैया करवाने के लिए इस योजना को मंजूरी दे दी है। नए शैक्षणिक सत्र 2022-23 से इसे लागू करने की तैयारी चल रही है। इसमें बीए, बीकॉम, बीएससी, बीएड, फिजिकल एजुकेशन जैसे सिंगल डिग्री कॉलेजों को आपस में क्लस्टर बनाकर ऐसे संस्थानों को बंद होने से बचाना है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने मसौदा तैयार कर लिया है। सरकार जल्द ही इसकी गाइडलाइन जारी करने जा रही है।
सरकार के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, भारत में अब तक देश या विदेश को कोई भी कॉलेज ड्यूल डिग्री प्रोग्राम की पढ़ाई करवा सकता था। लेकिन इस नई योजना में एक शहर के दो छोटे कॉलेज मिलकर एक ही डिग्री को बहुविषयक बनाकर पढ़ाई करवा सकेंगे। इसमें एक ही शहर और नजदीक के कॉलेज होने जरूरी होंगे। इसके लिए दोनों कॉलेजों को एक समझौता करना होगा। इसमें वे एक-दूसरे के शिक्षक भवन समेत इंफ्रास्ट्रक्चर का प्रयोग कर सकेंगे। इस योजना में नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के अधीनस्थ कॉलेज एक साथ जुड़ेंगे। इसके लिए यूजीसी रैग्यूलेशन 2020 में संशोधन होगा।