नगला बिहारी के शिक्षक को चुनाव प्रचार करने पर किया गया था निलंबित
शिक्षक ने कार्रवाई को बताया था साजिश, गांव के लोगों ने कलक्ट्रेट में सौंपा ज्ञापन
हाथरस। विगत दिनों सोशल मीडिया पर राजनीतिक दल का प्रचार करने के आरोप में निलंबित किए गए नगला बिहारी के शिक्षक के पक्ष में ग्रामीण उतर आए हैं। ग्रामीणों ने मंगलवार को कलक्ट्रेट पहुंचकर शिक्षक को निर्दोष बताते हुए कार्रवाई को वापस लिए जाने की मांग की। ग्रामीणों ने इस संबंध में डीएम के नाम ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।
नगला बिहारी में तैनात शिक्षक सिद्धार्थ कुमार पर सोशल मीडिया के माध्यम से राजनीतिक दल का प्रचार प्रसार करने का आरोप लगा था। जांच के बाद बीईओ मुरसान की रिपोर्ट पर बीएसए शाहीन ने शिक्षक को निलंबित कर दिया था। कार्रवाई के बाद निलंबित शिक्षक ने सोशल मीडिया के माध्यम से स्वयं को निर्दोष बताते हुए साजिश के तहत फंसाने का आरोप लगाया था। इसके साथ ही कई विभागीय अधिकारियों पर मिलीभगत करने का आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया पर अपनी बात रखी थी। हालांकि विभागीय अधिकारियों ने उसकी सुनवाई नहीं की और निलंबन को यथावत रखा। मंगलवार दोपहर को शिक्षक के पक्ष में ग्रामीण, विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्य, विद्यार्थी और ग्राम प्रधान एकत्रित होकर जिला कलक्ट्रेट पर पहुंचे। उन्होंने डीएम रमेश रंजन से मुलाकात न होने पर एसडीएम से बात की और शिक्षक पूरी तरह निर्दोष बताया। ग्रामीणों ने छात्र हित में शिक्षक की बहाली की मांग की। इस संबंध में डीएम के नाम ज्ञापन एसडीएम को सौंपा गया।