हाथरस के एक स्कूल में तैनात शिक्षक नाम से फिरोजाबाद के प्राथमिक विद्यालय नगला परियन में नौकरी करने वाले प्रधानाध्यापक को बर्खास्त कर दिया गया है। आरोपी शिक्षक तीन बार कमेटी के बुलाने के बाद भी अपना पक्ष रखने के लिए उपस्थित नहीं हुआ था। फर्जी शिक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही 16 साल की नौकरी अवधि में लिए वेतन की वसूली भी की जाएगी।
मदनपुर ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय नगला परियन में प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात देवेंद्र कुमार हाथरस के ब्लॉक सासनी के कंपोजिट स्कूल दरियापुर में तैनात हमनाम शिक्षक देवेंद्र कुमार के अभिलेखों से 16 साल से नौकरी कर रहा था। दो माह पूर्व मानव संपदा पोर्टल पर डाटा अपलोड होने के बाद एसटीएफ ने जांच की थी, तो मामला सही पाया गया।
तीन नोटिस पर भी नहीं आया
एसटीएफ ने बीएसए को पत्र लिखकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। बीएसए अंजली अग्रवाल ने बताया कि देवेंद्र कुमार ने दूसरे शिक्षक के अभिलेखों से नौकरी हासिल की थी। उसको अपना पक्ष रखने के लिए तीन बार नोटिस भेजे थे, लेकिन वह उपस्थित नहीं हुआ। फर्जी शिक्षक की नियुक्ति 2006 में हुई थी। शिक्षक को बर्खास्त कर दिया गया है। रिकवरी के आदेश भी दे दिए गए हैं।
16 साल की नौकरी करने के बाद इस्तीफा देने आया था शिक्षक
यह फर्जीवाड़ा एसटीएफ ने पकड़ा था। एसटीएफ ने पहले जांच हाथरस में तैनात देवेंद्र के अभिलेखों की कराई थी। देवेंद्र के अभिलेख सही पाए गए। इसके बाद एसटीएफ ने फिरोजाबाद बीएसए को पत्र लिखा था। पत्र आने की जानकारी होते ही 16 साल से नौकरी कर रहा शिक्षक इस्तीफा देने के लिए तैयार हो गया था। वह हाथों में पट्टी बांधकर भी आया था। बीएसए को शक हुआ तो इस्तीफा स्वीकार नहीं किया था।
आखिर असली नाम क्या है
फर्जी शिक्षक हाथरस जनपद में तैनात शिक्षक देवेंद्र के नाम पर नौकरी कर रहा था। फिरोजाबाद में तैनात शिक्षक का असली नाम आखिर क्या है, 16 साल की नौकरी के बाद बेसिक शिक्षा विभाग अंजान बना हुआ है। इसी तरह तीन और शिक्षकों को पूर्व में बर्खास्त किया जा चुका है। जो दूसरे के अभिलेखों के नाम पर नौकरी कर रहे थे।