नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि यानि (ईपीएफ) जमा पर ब्याज दर घट गई है। ये पिछले वित्तीय वर्ष की 8.5 प्रतिशत की दर से घटाकर 8.1 फीसदी पर पहुंच गई है। आंकड़ों के मुताबिक, यह दर बीते चार दशक में सबसे कम है।
इससे पहले वर्ष 1977-78 में ब्याज दर सबसे कम आठ फीसदी थी। इसके एक वर्ष बाद यानि 1978-79 में ब्याज दर 8.25 थी। ईपीएफओ ने 31 मार्च को समाप्त हो रहे चालू वित्त वर्ष के लिए यह ब्याज दर करीब पांच करोड़ सदस्यों के लिए तय की है। ईपीएफओ की निर्णय लेने वाली शीर्ष संस्था सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज (सीबीटी) की शनिवार को बैठक हुई, जिसमें ब्याज दर 8.1 रखने का फैसला हुआ। ब्याज दर ईपीएफओ के पास जमा धन पर उसकी आय के आधार पर तय होती है। सूत्रों के मुताबिक, जमाराशि 13 जबकि ब्याज से आय केवल आठ प्रतिशत बढ़ी है।
सबसे अधिक
12 मिला ब्याज
8.8
8.65
8.75
8.1
8.55
8.5
8.25
8
पिछले दो वित्तीय वर्ष (2019-20 और
2020-21) की
बात करें तो ब्याज दर
8.50 रही है।
सर्वाधिक ब्याज दर
वर्ष 1989-2000 में 12 रही।
2017-18
2012-13
2015-16
1977-78
2020-21
2016-17
2019-20
2013-15
2021-22
2011-12
(सभी आंकड़े फीसदी में)