गाजीपुर। दोपहर भोजन में परिषदीय विद्यालयों के छात्र स्कूल की क्यारियों में उगाई गई ताजी सब्जियां खाएंगे। इसके लिए किचन गार्डन बनाए जाएंगे। इसके लिए दो सौ विद्यालयों का चयन किया गया था लेकिन शिक्षा सत्र बीतने के बाद भी किचन गार्डन तैयार नहीं हो सके। अब शासन ने प्रति विद्यालय पांच हजार की दर से धनराशि जारी की है, जिसे विद्यालय के खातों में भेजा जा रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही क्यारियां लहलहाएंगी।
परिषदीय विद्यालयों में किचन गार्डन तैयार करने की योजना है। इसका मकसद इन विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों को मध्यान्ह भोजन के साथ मौसमी हरी ताजी सब्जियां देना है ताकि उनका स्वास्थ्य बेहतर रहे। जिले में वर्तमान में 2269 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। इनमें 1468 प्राथमिक, 352 उच्च प्राथमिक तथा 449 कंपोजिट विद्यालय हैं। किचन गार्डन योजना के अंतर्गत सभी विकासखंडों के बारह-बारह सहित कुल दो सौ उच्च प्राथमिक विद्यालयों का चयन किया गया है। चहारदीवारी, सबमर्सिबल, विद्युत कनेक्शन, पानी के साथ ही संपर्क मार्ग की सुविधा बेहतर होने के कारण इनका चयन किया गया है। किचन गार्डन के तहत तरोई, बोड़ा, भिंडी, बैंगन आदि सब्जियों की पैदावार की जाएगी। इसके लिए शासन की ओर से प्रति विद्यालय पांच हजार के हिसाब से दस लाख रुपये की धनराशि अवमुक्त कर दी गई है। इसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से सभी चयनित उच्च प्राथमिक विद्यालयों के खाते में धनराशि भेजने की कवायद शुरू कर दी गई है। इस संबंध में बेसिक शिक्षाधिकारी हेमंत राव ने बताया कि संबंधित स्कूलों के खातों में धनराशि भेजी जा रही है। जल्द ही किचन गार्डन की योजना पर काम शुरू हो जाएगा। बताया कि इसके अलावा अन्य विद्यालयों में जहां निर्धारित सुविधाएं उपलब्ध है वहां के शिक्षकों को योजना के लिए प्रेरित किया जाएगा।