उघैती। शासन परिषदीय स्कूलों की व्यवस्थाएं सुधारने में लगा हुआ है। अब स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे बेतरतीब ढंग से मिड डे मील का खाना खाते नजर नहीं आएंगे। मिड डे मील खाने के लिए स्कूलों में सीमेंटेड मेज एवं बेंच बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है।
परिषदीय स्कूलों में सरकार अब तक बच्चों की सुविधाओं के लिए सुलभ शौचालय, बिजली की रोशनी के साथ पंखों की हवा, पेयजल के लिए ओवरहेड टैंक से पानी की सप्लाई के अलावा बैठने के लिए बेंच की व्यवस्था पहले ही कर चुका है। इन स्कूलों में सिर्फ एक ही तरीका बे -ढंग का था वह था मिड डे मील का खाना। बच्चों को जमीन पर बैठा कर स्कूलों में खाना परोसा जा रहा था। ऐसी स्थिति में अब शासन ने स्कूलों में सीमेंटेड बेंच एवं मेज बनाने का फरमान जारी किया है। इसके बाद स्कूलों में इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
60 से 70 बच्चे बैठेंगे एक साथ
स्कूलों में बनने वाली इस व्यवस्था से लुक में परिवर्तन होगा, वहीं दूसरी ओर जानकारी के मुताबिक करीब 60 से 70 बच्चे एक साथ बैठकर खाना खाएंगे। ऊपर टीन की छत भी होगी। प्रधानपति मुनेंद्र सिंह ने बताया, इसके निर्माण में करीब दो लाख रुपया की लागत आएगी।
स्कूली बच्चे भी होंगे खुश
मिड डे मील के खाने के लिए नई व्यवस्था से स्कूली बच्चे भी खुश नजर आ रहे हैं। अब उनको जमीन पर बैठकर खाना नहीं पड़ेगा। उच्च एवं प्राथमिक विद्यालय उघैती के छात्र सोनू रवि विनीत ने कहा, अब आराम से बैठकर खाना खायेंगे।