लखनऊ ]। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार रिक्त चल रहे 50 हजार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं की भर्तियां अब चरणबद्ध तरीके से करेगी। इनमें 20 हजार पदों पर भर्तियां छह महीने के अंदर होंगी जबकि बचे हुए 30 हजार पदों को एक साल के अंदर भरा जाएगा।
बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग ने इन भर्तियों को एक साथ न करके, दो चरणों में करने का निर्णय लिया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं की वर्ष 2011 के बाद से भर्तियां नहीं हुई हैं। योगी सरकार 1.0 में भर्ती के लिए रिक्तियां निकाली गईं तो उसमें तकनीकी पेंच फंस गया।
उस वक्त सरकार ने जिलावार भर्ती करने का निर्णय लिया था। इसके लिए विभागीय पोर्टल से आवेदन भी लिया जाने लगा था, लेकिन इसमें आर्थिक रूप से पिछड़ों को आरक्षण नहीं दिया जा रहा था। पोर्टल में आवेदन के लिए ऐसा कोई कालम ही नहीं था, न ही अभ्यर्थी इस पर अपना प्रमाणपत्र अपलोड कर पा रहे थे।
इस कारण एक दर्जन से ज्यादा जिलों के डीएम ने भर्ती करने से हाथ ही खड़े कर दिए थे। इस मामले में शासन से राय मांगी गई तो वहां से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया। इसके अलावा न ही पोर्टल पर इससे संबंधित कोई संशोधन किया गया। लिहाजा न तो भर्तियां हुईं और न ही भर्तियां स्थगित करने का कोई आदेश जारी हुआ।
अब यूपी सरकार नए सिरे से भर्तियां करने की योजना बना रही है। सरकार आंगनबाड़ी भर्ती के लिए जल्द ही अधिसूचना जारी करेगी। इच्छुक महिला उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से आगामी यूपी आंगनबाड़ी रिक्ति 2022 में आवेदन कर सकते हैं।
बता दें कि 11 साल बाद होने जा रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं के पदों नियुक्ति मेरिट के आधार पर होगी। पद के लिए न्यूनतम शैक्षिक अर्हता हाईस्कूल है। इन भर्तियों में सरकार रिजर्वेशन भी लागू करेगी। उम्मीदवार की आयु 18 से 40 वर्ष (सरकारी मानदंडों के अनुसार आरक्षित वर्ग के लिए आयु में छूट होगी) के अंदर होनी चाहिए।