नई दिल्ली,। स्कूली छात्रों का कौशल विकास कर उन्हें रोजगारपरक बनाया जाएगा। शैक्षणिक सत्र 2022-23 में राष्ट्रीय कौशल योग्यता ढांचा (एनएसक्यूएफ) के तहत 385 स्कूलों में छात्र नामांकन करा सकेंगे।
व्यावसायिक शिक्षा को कौशल शिक्षा के नाम से जाना जाएगा। इस संबंध में शिक्षा निदेशालय की ओर से परिपत्र जारी किया गया है। परिपत्र के अनुसार, वर्तमान में नौवीं और दसवीं के छात्रों को 10 कौशल विषय और 11वीं और 12वीं के छात्रों को 23 कौशल से संबिधत विषय पढ़ाए जा रहे हैं। परिपत्र के अनुसार, माध्यमिक स्तर पर कौशल पाठ्यक्रम पूरा करने वाले छात्रों को उच्च माध्यमिक स्तर पर दाखिले में प्राथमिकता दी जाएगी।
स्कूल प्रमुखों को निर्देश : परिपत्र में स्कूल प्रमुखों को निर्देश दिया गया है कि वह छात्रों को नामांकन के लिए प्रेरित करें। समग्र शिक्षा के तहत एनएसक्यूएफ के लिए 50 से अधिक छात्रों का कौशल विषय के लिए नामांकन न किया जाए। राज्य द्वारा वित्त पोषित योजना के अनुसार 100 छात्रों का नामांकन कर सकते हैं।