बलरामपुर, परिषदीय विद्यालयों में छात्रों की संख्या अधिक होने से नौनिहालों को एक ही कमरे में पढ़ाई करने से निजात मिलेगी। संख्या के आधार पर विद्यालय में क्लासरूम बनाए जाएंगे। प्रत्येक कक्षाएं अलग-अलग कमरे में संचालित होंगी।
प्रदेश सरकार ने पांच साल के भीतर प्रत्येक स्कूलों में बच्चों के पठन-पाठन की सुविधा बढ़ाने को लेकर प्रत्येक कक्षा के लिए अलग-अलग क्लास रूम की व्यवस्था करेगी। साथ ही बच्चों की सुरक्षा के लिए मनरेगा योजना से स्कूलों में बाउंड्री वाल का निर्माण कराया जाएगा। जिले में 1575 प्राथमिक एवं 646 उच्च प्राथमिक के साथ कमपोजिट विद्यालय संचालित हैं। इन विद्यालयों में बच्चों की अधिक संख्या होने के साथ प्रधानाध्यापक को अपने कार्य निस्तारित करने के लिए बच्चों का पठन-पाठन का कमरा अलग किया जाता है। ऐसी स्थिति में दो कक्षाओं के बच्चों को एक ही कक्षा में बैठाकर तालीम दी जाती है। राज्य सरकार ने बच्चों के पठन-पाठन को लेकर सभी स्कूलों में प्रत्येक कक्षा के लिए अलग-अलग कमरे का निर्माण कराने का निर्णय लिया है