इस बार सामान्य अध्ययन के सवाल तो सीधे सपाट थे, लेकिन विकल्प इतने नजदीकी थे कि उनमें से किसी एक को चुनना मुश्किल हो गया। अभ्यर्थियों को सभी विकल्प सही लग रहे थे, सो उन्हें कुछ समझ में नहीं आया कि क्या करें। रविवार को हुई पीसीएस-2022 की प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य अध्ययन के प्रश्नपत्र में अभ्यर्थी उलझे नजर आए। वहीं, दूसरी पाली में सीसैट के क्वालीफाइंग प्रश्नपत्र ने भी अभ्यर्थियों को खूब छकाया। इस बार अभ्यर्थियों के लिए क्वालीफाई करना भी बड़ी चुनौती है। निगेटिव मार्किंग के कारण अभ्यर्थियों ने ऐसे प्रश्नों को छोड़ देना ही बेहतर समझा
प्रदेश के 28 जिलों के 1303 केंद्रों में हुई पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा के लिए 602774 अभ्यर्थी पंजीकृत थे, जिनमें से तकरीबन 55 फीसदी परीक्षार्थियों ने अपनी उपस्थित दर्ज कराई। सामान्य अध्ययन के प्रश्नपत्र में इस बार सूचनात्मक और तथ्यपरक प्रश्नों की अधिकता रही। तकरीबन 40 प्रश्न ऐसे थे जो सरकार की नीतियों, योजनाओं और करेंट अफेयर्स पर आधारित रहे
विशेषज्ञों के अनुसार राजव्यवस्था और पर्यावरण के सवालों में दोहराव नजर आया। जिन्होंने पिछले साल का पेपर ठीक से पढ़ा होगा, उन्हें सवाल हल करने में ज्यादा दिक्कत नहीं हुई होगी। वहीं, सीसैट का द्वितीय प्रश्नपत्र औसत से अधिक कठिन रहा। आरडी मेमोरियल इंटर कॉलेज अबूबकरपुर में परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी प्रशांत पांडेय और सुमित वर्मा ने बताया कि प्री की मेरिट में जगह बनाने के साथ इस बार क्वालीफाई करना भी किसी चुनौती से कम नहीं होगा।
संचार कौशल के करीब 35 सवाल पूछे गए
दृष्टि आईएएस के एकेडमिक हेड गौरव मिश्र के अनुसार सीसैट के पेपर में अंतर वैयक्तिक क्षमता एवं संचार कौशल के तकरीबन 35 सवाल पूछे गए। पिछले साल की तुलन में इस बार सवाल काफी कठिन थे और अभ्यर्थियों को कंफ्यूज करने वाले थे। अंग्रेजी से जुड़े प्रश्न थोड़ कठिन थे, लेकिन हिंदी के प्रश्न सामान्य थे।
इसी तरह प्रथम प्रश्नपत्र में सामान्य अध्ययन के सवाल के विकल्प भी उलझाऊ और अभ्यर्थियों को कंफ्यूज करने वाले थे। इस बार सामान्य अध्ययन में भूगोल एवं पर्यावरण से जुड़े 42 से 45 सवाल, राजव्यवस्था एवं विज्ञान के 15-15 सवाल और सीसैट के पेपर मे संख्यात्मक एवं निर्णयन क्षमता के 23, संख्यात्मक अभिरुचि के 12, अंग्रेजी के 12, सामान्य हिंदी के 12 सवाल पूछे गए।
प्रयागराज में रही सर्वाधिक 68 फीसदी उपस्थिति
पीसीएस-2022 की प्रारंभिक परीक्षा में सर्वाधिक 68.38 फीसदी उपस्थिति प्रयागराज में रही। यहां परीक्षा के लिए 49514 अभ्यर्थी पंजीकृत थे, जिनमें से 33856 परीक्षार्थी उपस्थित रहे। वहीं, सबसे कम 42.57 फीसदी उपस्थित मैनपुरी में रही। मैनपुरी में परीक्षा के लिए 12200 अभ्यर्थी पंजीकृत थे और इनमें से 5194 परीक्षार्थियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।