वाराणसी,। यूपी बोर्ड से पास विद्यार्थियों के शैक्षिक ब्योरे के सत्यापन के लिए कागजों की दौड़ व दफ्तरों के चक्करों से अब मुक्ति मिल जाएगी। बोर्ड ने 18 साल के रिजल्ट ऑनलाइन कर दिए हैं। इससे पहले 1986 तक के डिजिटल डेटा भी बोर्ड कार्यालयों को उपलब्ध करा दिए गए हैं।
बोर्ड कार्यालयों के पास कुछ डेटा पहले से थे जबकि दशक या इससे ज्यादा पुराने परिणामों के डिजिटलाइजेशन का कार्य जारी था। यह कार्य पूरा हो जाने से नियुक्ति के बाद सत्यापन में अभ्यर्थियों व नियोक्ता का लगने वाला समय बचेगा। नई व्यवस्था के मुताबिक 2003 से अब तक के सभी परिणाम व विद्यार्थियों की जानकारी माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर ऑनलाइन कर दी गई है।
वहीं 1986 से 2002 तक का सारा डिजिटल डेटा बोर्ड कार्यालयों के पास है। इनके सत्यापन के लिए बोर्ड कार्यालय जाना होगा। वाराणसी क्षेत्रीय बोर्ड कार्यालय के अपर निदेशक डॉ. सतीश सिंह ने बताया कि व्यवस्था लागू हो जाने से अभ्यर्थियों के साथ ही कार्यालय का भी काफी समय बचेगा। उन्होंने बताया कि 1986 से भी पहले के शैक्षिक विवरण को सत्यापन के लिए बोर्ड मुख्यालय भेजे जाने का निर्देश है।