प्रयागराज। कौशल विकास केंद्र से व्यावसायिक शिक्षा ले रहीं युवतियां अब उच्च शिक्षा की डिग्री भी लेंगी। इसके लिए कौशल विकास केंद्र और इग्नू के बीच हुए एमओयू के बाद तीन लड़कियों ने बीकॉम में प्रवेश ले लिया है।
अब तक कौशल विकास केंद्र में संचालित व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने वाली छात्राएं स्नातक या परास्नातक नहीं कर पाती थीं। नए समझौते के बाद भारत सरकार के कौशल विकास उद्यमशीलता केंद्र के परिसर में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ‘इग्नू’ का एक केंद्र खोल दिया गया है।
ये कोर्स होते हैं संचालित: एक वर्षीय कोर्स: कंप्यूटर ऑपरेटर एंड प्रोग्रामिंग असिस्टेंट, ड्रेस मेकिंग, सेक्रेटियल प्रैक्टिस, बेसिक कॉस्मेटोलॉजी, डेस्क टॉप पब्लिशिंग ऑपरेटर, फैशन डिजाइनिंग, कैटरिंग एवं हॉस्पिटैलिटी, फूड प्रोडक्शन, आईओटी टेक्नीशियन। दो वर्षीय पाठ्यक्रम: इलेक्ट्रानिक्स मैकेनिक। इन सभी कोर्स में प्रवेश लेने वाली छात्राएं इग्नू से स्नातक और परास्नातक भी कर सकती हैं।
इन कोर्स की छात्राओं ने लिया प्रवेश: कौशल विकास केंद्र से फैशन डिजाइनिंग और ड्रेस मेकिंग का कोर्स करने वाली तीन छात्राओं ने बीकॉम में प्रवेश लिया है।
इसके साथ ही यहां पढ़ने वाली अन्य छात्राओं को भी प्रेरित किया जा रहा है।
कौसल विकास केंद्र के परिसर में इग्नू
दिसंबर में कौशल विकास केंद्र व इग्नू के बीच समझौता हुआ था। जिसमें एकीकृत शिक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए कौशल विकास केंद्र के परिसर में इग्नू का कार्यालय खुलना था। यह कार्यालय इसी क्रम में खुला है।
व्यावसायिक शिक्षा के साथ उच्च शिक्षा की पढ़ाई होने से युवतियों को फायदा होगा। वो यहां से शिक्षा लेने के बाद अपना व्यवसाय भी शुरू कर सकती हैं और चाहें तो सरकारी नौकरी के लिए भी आवेदन कर सकती हैं।
-सचिन कुमार, प्रशिक्षण अधिकारी