आगरा। परिषदीय विद्यालयों के कक्षा छह से आठ तक के विद्यार्थी सामान्य ज्ञान के आसान प्रश्नों के उत्तर नहीं दे सके। उनको राष्ट्रपति और राज्यपाल का नाम नहीं पता था। अपने प्रदेश का नाम भी नहीं बता सके। मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक (एडी) बेसिक ने शुक्रवार को आगरा और मथुरा के परिषदीय विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया था। अधिकांश स्कूलों में कक्षा के अनुरूप विद्यार्थियों का शैक्षणिक स्तर नहीं मिला।
उच्च प्राथमिक विद्यालय, बड़ी पार्टी मांगरौल गूजर, अछनेरा में एक शिक्षिका आकस्मिक अवकाश पर थी। यहां सभी विद्यार्थी यूनिफार्म में नहीं थे। यहां विद्यार्थियों से गणित के प्रश्न हल कराए गए। राष्ट्रपति, प्रदेश की राज्यपाल, मुख्यमंत्री और प्रदेश का नाम आदि प्रश्न पूछे गए। विद्यार्थियों का शैक्षणिक स्तर उनकी कक्षा के अनुरूप नहीं पाया गया।
एडी बेसिक महेश चंद्र ने शिक्षकों को चेतावनी दी और दो माह के अंदर विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर में सुधार लाने के निर्देश दिए। यहां शिक्षकों को विभाग के मॉड्यूल आधारशिला, ध्यानाकर्षण, शिक्षण संग्रह और शिक्षक संदर्शिका के संबंध में सामान्य जानकारी भी नहीं थी। शिक्षकों को मॉड्यूल का अध्ययन कर उसके अनुरूप काम करने के निर्देश दिए गए।
प्राथमिक विद्यालय, बड़ी पार्टी, अछनेरा में पंजीकृत 81 में से 51 विद्यार्थी ही उपस्थित थे। प्रेरणा तालिका नहीं भरी हुई थी। साफ-सफाई संतोषजनक नहीं थी। विद्यार्थी फटी-पुरानी टाट-पट्टी पर बैठे थे, जबकि विद्यालय में नई टाट-पट्टी उपलब्ध थी। एडी बेसिक ने प्रधानाध्यापिका को चेतावनी दी। विद्यार्थियों को नई टाट-पट्टी पर बैठवाया। सफाई कराने के निर्देश दिए गए। यहां भी विद्यार्थी अधिकांश प्रश्नों का उत्तर नहीं दे सके।
प्राथमिक विद्यालय, नगला सपेरा में पंजीकृत 42 में से 31 विद्यार्थी उपस्थित थे। विद्यार्थियों का शैक्षणिक स्तर न्यून श्रेणी का पाया गया। सभी कक्षाओं के विद्यार्थी एक साथ बैठे थे। एडी बेसिक ने विद्यार्थियों को कक्षा के अनुसार बैठाकर पढ़ाने और नामांकन बढ़ाने के निर्देश दिए।
उच्च प्राथमिक विद्यालय सराय सालवान, बल्देव (मथुरा) में एक शिक्षामित्र अनुपस्थित मिला। उसका एक दिन का मानदेय काटने के निर्देश दिए हैं। विद्यालय में पाठ योजना के अनुसार नहीं पढ़ाया जा रहा था। प्रधानाध्यापक को कठोर चेतावनी दी गई। सफाई कराने के निर्देेश दिए। प्राथमिक विद्यालय, गढ़ी सहीराम, बल्देव (मथुरा) में विद्यार्थियों से पहाड़े सुने गए, गणित के प्रश्न श्यामपट पर हल कराए गए, सामान्य ज्ञान के प्रश्न पूछे गए। विद्यार्थी उत्तर नहीं दे सके। प्रधानाध्यापक को एक माह में शैक्षणिक स्तर सुधारने के निर्देश दिए हैं। विभाग के मॉड्यूल की शिक्षकों को जानकारी नहीं थी।
विद्यार्थियों की शैक्षणिक स्तर कक्षा के अनुरूप नहीं मिला। सामान्य ज्ञान में विद्यार्थी कमजोर हैं। राष्ट्रपति, राज्यपाल का नाम नहीं बता पाए। प्रधानाध्यापकों को प्रार्थना सभा में दस मिनट विद्यार्थियों को सामान्य ज्ञान की जानकारी देने के लिए निर्देश दिए हैं। – महेश चंद्र, एडी बेसिक