हापुड़। छुट्टियों के बाद जनपद के सभी शिक्षण संस्थान शुक्रवार से खुल गए हैं। स्कूलों में पहले दिन हवन यज्ञ हुआ। जिसमें शिक्षकों और बच्चों ने आहुति दी। स्कूलों में बच्चों ने पहुंचकर शिक्षण कार्य किया। स्कूलों में पहले दिन बच्चों की उपस्थिति कम रही। वहीं सिंभावली क्षेत्र के सरकारी स्कूल में गुरूजी मोबाइल में देखते हुए नजर आए। जबकि बच्चे मस्ती करते दिखे। आपके प्रिय समाचार पत्र हिन्दुस्तान टीम ने पांच स्कूलों की पड़ताल की तो हकीकत सामने आई।
गुरुजी मोबाइल पर देख रहे मैच, बच्चे खेल में मस्त
सरकारी विद्यालयों में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए बेशक सरकार गंभीर हो, मगर शिक्षक पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। बच्चों को शिक्षा देने के बजाए अक्सर मोबाइल अथवा अन्य दूसरे कार्यो में व्यस्त रहते हैं। सिम्भावली में शिक्षण सत्र शुरू हुए कई दिन बीत चुके हैं, लेकिन शिक्षा के नाम पर कुछ शिक्षक सिर्फ टाइम पास के लिए स्कूल पहुंच रहे हैं। क्षेत्र के गांव हरौड़ा स्थित प्राईमरी एवं जूनियर स्कूल में शुक्रवार को प्रधानाचार्य अपने कार्यालय में व्यस्त थी तो वहीं शिक्षा मित्र बच्चों को पढ़ाने में व्यस्त थे। एक शिक्षक बरामदे में बैठकर अपने मोबाइल पर किसी मैच की कमेंट्री का आनन्द ले रहे थे। जबकि छात्र अपनी कक्षा में मस्ती कर रहे थे। मोबाइल पर मैच देख रहे शिक्षक फोटो खींचने के दौरान भी मोबाइल में मस्त नजर आए।
स्कूल खुले, बच्चे खुश होकर पहुंचे स्कूल
सरकार गरीब परिवारों के बच्चों को गुणवत्ता पूण शिक्षा दिलाने के लिए हर सम्भव प्रयासरत है। परिषदीय स्कूलों की कायापलट कर रंग रुप प्राईवेट स्कूलों से बेहतर करा दिया। यूं तो परिषदीय स्कूल एक सप्ताह पूर्व खोल दिये गये और स्कूलों में कमियों को पूरा कर पौधारोपण कराकर हरा भरा करने के आदेश थे। करीब एक महीना के बाद शुक्रवार को बच्चे स्कूलों में खुशी खुशी पहुंचे और अपने साथियों से एक दूसरे से मिलकर खुश हुए। बागड़पुर परिषदीय स्कूल में शिक्षक योगेन्द्र सिंह ने बताया कि स्कूल में पहले से बच्चों की संख्या में इजाफा हो रहा है। शिक्षक बच्चों को शिक्षा देकर अच्छा नागरिक बनाने का अपना काम पूरा करेंगे।