लखनऊ। प्रदेश में बीच में पढ़ाई छोड़ने वाले बच्चों की संख्या में कमी आई है। सरकार के मुताबिक वर्ष 2016-17 में स्कूल छोड़ने वालों की संख्या 22.13 फीसदी थी जो बीते पांच साल में आठ फीसदी कम होकर 14.41 फीसदी रह गई है। इससे इंटर तक की शिक्षा ग्रहण वाले विद्यार्थियों की संख्या में इजाफा हुआ है।
सरकार ने अगले पांच साल में स्कूल छोड़ने वालों का यह आंकड़ा पांच फीसदी और कम करने की कार्ययोजना बनाई है। सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि स्कूल छोड़ने वालों की दर घटने से माध्यमिक विद्यालयों में नामांकन दर भी पांच सालों में काफी बेहतर हुई है।
उधर, राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा विजय किरन आनंद ने बताया कि बीच में पढ़ाई छोड़ने वाले बच्चों को चिह्नित कर उनका पंजीकरण व नामांकन कराने के लिए इस साल दो चरणों में अभियान चलाया जाएगा। पहला चरण 16 जुलाई से 31 अगस्त व दूसरा चरण 1 से 30 नवंबर तक चलेगा।