वैकल्पिक विषय के रूप में लेने पर इसके नंबर अंकपत्र में जोड़े जाएंगे। हाईस्कूल के छात्र हिंदी, अंग्रेजी, विज्ञान, गणित और सामाजिक विज्ञान के साथ एनसीसी वैकल्पिक विषय के रूप में ले सकते हैं। 12वीं में साइंस और कॉमर्स के छात्र एनसीसी नहीं ले पाएंगे सिर्फ कला वर्ग के छात्र ही वैकल्पिक विषय के रूप में एनसीसी ले सकेंगे। जो छात्र अतिरिक्त विषय में एनसीसी लेते हैं उन्हें एनसीसी निदेशालय के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण मिलता है। प्रशिक्षण पूरा करने पर उन्हें प्रमाणपत्र मिलता है।
प्रयागराज, । यूपी बोर्ड के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के छात्र-छात्राओं को 2022-23 शैक्षणिक सत्र से राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) पाठ्यक्रम का विकल्प मिलेगा। बोर्ड ने पिछले साल कक्षा 9 व 11 में इसे वैकल्पिक विषय के रूप में शुरू किया था। इससे पहले यह अतिरिक्त विषय के रूप में उपलब्ध था।
मान्यता की शर्तें तय नहीं होने से पिछले साल 11वीं के छात्र एनसीसी वैकल्पिक विषय के रूप में नहीं ले सके थे, लेकिन कक्षा नौ के छात्रों ने एनसीसी का विकल्प चुना था। कुछ महीने पहले बोर्ड ने मान्यता की शर्तें भी तय कर दीं। 11वीं के बच्चे भी इसे ले सकेंगे।2023 की बोर्ड परीक्षा में एनसीसी का अलग प्रश्नपत्र होगा। एनसीसी को वैकल्पिक विषय के रूप में शामिल करने कोे यूपी बोर्ड ने 9 फरवरी 2021 को राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा था। शासन ने इसे वैकल्पिक विषय बनाने का आदेश दिया है।
सेना समेत विभिन्न भर्तियों में वरीयता: एनसीसी वाले अभ्यर्थियों को सेना समेत केंद्र व राज्य की विभिन्न भर्तियों में वरीयता दी जाती है।अग्रसेन इंटर कॉलेज की एनसीसी इकाई के कैप्टन डॉ. विजयराज यादव के अनुसार यूपी बोर्ड से वैकल्पिक विषय के रूप में एनसीसी लेने वाले छात्रों को क्या लाभ मिलेगा, इसका निर्णय अभी सरकार को लेना बाकी है।