राजधानी के प्राइमरी और जूनियर स्कूलों के छात्रों को पुस्तकों के लिए एक हफ्ते और इंतजार करना होगा। नई पुस्तकों की टेंडर प्रकिया शुरू हो गई। अब तक बीएसए कार्यालय को सिर्फ तीन लाख पुस्तकें ही मिल पायी हैं। जबकि लखनऊ में18 लाख पुस्तकों की जरूरत है।
हालांकि अब प्रदेश के सभी बीएसए द्वारा पुस्तकें मांगे जाने पर शासन ने टेंडर प्रकिया शुरू करायी है। लखनऊ में एक हफ्ता पहले एक लाख पुस्तकें मिली थीं। शुक्रवार को दो लाख और पुस्तकें मिलीं।
तीन लाख पुस्तकें मिल चुकी हैं। इन्हें वितरित कराया जा रहा है। जुलाई के आखिर तक बची पुस्तकें मिल जाएंगी। अरुण, बीएसए