वाराणसी, निपुण भारत मिशन योजना के तहत कक्षा एक से तीन तक के बच्चों की भाषा व गणित की नींव मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास जारी हैं। इसको देखते हुए बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले 80 हजार छात्र-छात्राओं की निगरानी तीन स्तरीय टास्क फोर्स करेगी।
राज्य स्तर पर मुख्य सचिव, जिलों में जिलाधिकारी व ब्लॉकों में खंड शिक्षा अधिकारी की अध्यक्षता में टीमें गठित की गई हैं। मिशन के तहत परिषदीय विद्यालयों में कक्षा एक से तीन तक में 80 हजार छात्र-छात्राएं पढ़ रहे हैं, इन्हें मार्च 2026 तक कक्षा के अनुसार योग्य बनाया जाना है। बेसिक शिक्षा विभाग ने इस योजना को पूरा करने के लिए विस्तृत कार्ययोजना बनाई है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने सभी जिलों के बीएसए को पत्र जारी कर विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर भेजी है।
ये की गई तैयारियां
शिक्षा विभाग के अधिकारी व शिक्षक अभिभावकों व समुदायों में प्रचार-प्रसार करेंगे।
पोस्टर, वार्तालाप, गणित किट कार्य पुस्तिका के माध्यम से कक्षा कक्ष में लागू किया जाएगा।
विद्यार्थियों को घर पर सीखने के लिए दीक्षा पोर्टल पर 6500 से अधिक शैक्षणिक अपलोड किए गए हैं।
प्रोफेशनल डेवलपमेंट के तहत साढ़े चार लाख शिक्षकों को प्रशिक्षित कराया जा रहा है।
एनसीईआरटी के माध्यम से हर स्कूल में करीब 500 से अधिक उच्च गुणवत्ता की किताबें उपलब्ध।
प्रदेश के हर विद्यालय में 22 सप्ताह की विशेष शिक्षण योजना भी लागू की जा रही हैं।
बच्चों में प्रतिस्पर्धा की भावना बढ़ाने के साथ ही थर्ड पार्टी मूल्यांकन होगा।