कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) से जुड़े कर्मचारी अब रिटायरमेंट से पहले ही अपनी मासिक पेंशन की राशि जान सकेंगे। इसका फायदा यह होगा कि कर्मचारी अपने भविष्य की प्लानिंग कर सकेंगे। अब जीवन प्रमाणपत्र देने के लिए बायोमीट्रिक कराने या सशरीर उपस्थित होने की जरूरत नहीं होगी। चेहरे की पहचान कराकर अब जीवन प्रमाणपत्र जमा कर सकेंगे। इस सुविधा से बुजुर्गों व लाचार लोगों को काफी राहत मिलेगी।
शनिवार को श्रम और रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने इन दोनों सुविधाओं की शुरुआत की। कर्मचारी किसी अनहोनी पर ईपीएफओ से जुड़ी जीवन बीमा राशि के तहत परिवार को मिलने वाली अनुमानित राशि की जानकारी भी हासिल कर सकेंगे। सभी फैसले ईपीएफओ न्यास बोर्ड की बैठक में किए गए हैं। भविष्य में मिलने वाली मासिक पेंशन की अनुमानित राशि जानने के लिए ईपीएफओ की साइट पर जाना होगा, जहां यह सुविधा लागू की गई है। अपनी सेवा की अवधि और विगत 60 महीने के वेतन की जानकारी देकर पेंशन राशि को जाना जा सकेगा। चेहरे की पहचान कराकर जीवन प्रमाणपत्र जमा कराने के लिए मोबाइल एप का इस्तेमाल करना होगा। इस एप को गूगल प्ले से डाउनलोड किया जा सकेगा। इस संबंध में ईपीएफओ की साइट पर पूरी जानकारी मिलेगी।