सोनभद्र। अब यूपी बोर्ड के माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययनरत हर विद्यार्थी का बहुआयामी रिपोर्ट कार्ड बनेगा। अभिभावकों को घर बैठे ही छात्र की शैक्षिक गतिविधियों को जानकारी मिलेगी। सभी विद्यालयों में प्रगति कार्ड का प्रारूप समान होगा नई शिक्षा नीति 2020 लागू होने के बाद पढ़ाई-लिखाई, खेलकूद आदि शैक्षिक गतिविधियों में बदलाव हो रहे हैं।
निजी स्कूलों की तर्ज पर माध्यमिक स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा मुहैया कराने की दिशा में सरकार की ओर से पहल तेज कर दी गई है। उसी क्रम में छात्रों का रिपोर्ट कार्ड बनाने का निर्णय लिया गया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत यूपी बोर्ड छात्र-छात्राओं के रिपोर्ट कार्ड और स्कूल डायरी में बड़ा बदलाव हो रहा है। अब रिपोर्ट कार्ड में बच्चों का 360 डिग्री मूल्यांकन दिखाई पड़ेगा। सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को पत्र जारी करते हुए नए अंकपत्र (रिपोर्ट कार्ड) और छात्र दैनंदिनी (स्कूल डायरी) के प्रारूप से प्रधानाचार्यों को अवगत कराने को कहा है।
इस शैक्षिक सत्र 2022-23 से कक्षा नौ में नया रिपोर्ट कार्ड और स्कूल डायरी लागू होगी। आगामी कक्षाओं में इसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। सचिव के अनुसार सभी विद्यार्थियों के स्कूल आधारित आंकलन के आधार पर तैयार होने वाले और अभिभावकों को दिए जाने वाले प्रगति कार्ड को पूरी तरह से नया स्वरूप दिया जाएगा। बहुआयामी कार्ड में प्रत्येक विद्यार्थी के संज्ञानात्मक, भावनात्मक विकासका बारीकी से किए गए विश्लेषण का विवरण विद्यार्थी की विशिष्टताओं समेत दिया जाएगा। इसमें प्रोजेक्ट कार्य, विवज, रोल प्ले, समूह कार्य आदि शिक्षक मूल्यांकन सहित शामिल होगा। अभिभावकों को घर बैठे बच्चों के शैक्षिक गतिविधियों की जानकारी होगी।बच्चों का समग्र प्रगति कार्ड घर और स्कूल के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी बनेगा। यह माता-पिता- शिक्षक बैठकों के साथ अपने बच्चों की समग्र शिक्षा और विकास में माता पिता को सक्रिय रूप से शामिल करने के लिए होगा। इस प्रगति कार्ड के द्वारा शिक्षकों और माता-पिता को बच्चे के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी भी मिलेगी।