🔸खण्ड शिक्षा अधिकारी अवनीश यादव पर लटकी बर्खास्तगी की तलवार
▪️फिर विवाद में बीईओ अवनीश यादव
▪️फर्जी विकलांगता के आधार पर नौकरी पाने का आरोप
▪️महानिदेशक ने दिये जाँच के आदेश
औरैया। कभी छात्रों के अभिवावकों से आधारकार्ड बनवाने की एवज में चार सौ-चार सौ रुपये की बसूली करने तो कभी विभागीय कार्यों में लापरवाही करने के कारण विवादों में रहे खण्ड शिक्षा अधिकारी अछल्दा अवनीश यादव अब फर्जी विकलांगता के आधार पर नौकरी पाने की शिकायत को लेकर महानिदेशक विजय किरण आनंद द्वारा कराई जा रही जाँच को लेकर जनपद में खासे चर्चा में हैं।
भाजपा नेत्री कु०मनु ने महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद से शिकायत करते हुए अवगत कराया है कि जनपद में कार्यरत खण्ड शिक्षा अधिकारी अवनीश यादव ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी इटावा के कार्यालय में सांठ गांठ कर 75 प्रतिशत विकलांग होने का प्रमाणपत्र बनवा लिया है और इस प्रमाणपत्र का प्रयोग कर लोक सेवा आयोग व बेसिक शिक्षा विभाग के साथ धोखाधड़ी कर बतौर बीईओ नौकरी पा ली है। उन्होंने अपने शिकायती पत्र में यह भी दावा किया है कि अवनीश यादव बमुश्किल 20 प्रतिशत विकलांग हैं और 40 प्रतिशत से कम विकलांग व्यक्ति को नौकरी में आरक्षण पाने का हक नहीं है। शिकायतकर्ती कु० मनु ने मेडिकल बोर्ड गठित कर अवनीश यादव की विकलांगता की भौतिक जांच करवाते हुए उनको सेवा से बर्खास्त कर सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनन्द ने शिकायती पत्र का संज्ञान ग्रहण कर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को 15 दिन में जांच कर आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
▪️भौतिक जांच हुई तो जाएगी नौकरी
बेसिक शिक्षा विभाग में यह चर्चा जोरों पर है कि यदि बीईओ अवनीश यादव की विकलांगता की भौतिक जांच मेडीकल बोर्ड गठित कर की जाती है तो उनकी बर्खास्तगी तय है क्योंकि विभागीय सूत्रों के अनुसार अवनीश यादव आंशिक विकलांग हैं और अगर निष्पक्ष भौतिक जांच होती है तो विकलांगता 75% होना असंभव है। वहीं शिकायतकर्ती कु०मनु का कहना है कि यदि विभाग के अधिकारियों ने जांच में लीपापोती की तो वे महामहिम राज्यपाल महोदया के समक्ष उपस्थित होकर शिकायत करेंगी। लेकिन वास्तविक विकलांग अभ्यर्थियों के हक पर डाका नहीं डालने देंगी।