यूपी के महाराजगंंज के निचलौल क्षेत्र के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में एक छात्रा की पिटाई का वीडियो वायरल हुआ है। छात्रा का कसूर सिर्फ इतना था कि वह निरीक्षण करने पहुंचे बीईओ से भोजन की गुणवत्ता को लेकर शिकायत कर दी थी।
बीईओ के जाते ही छात्रा पर थप्पड़ का कहर टूट पड़ा। पिटाई के बीच छात्रा यह कहते हुए सुनाई दे रही है कि आप क्यों मार रही हैं? बीएसए सर आएंगे तो उनसे भी शिकायत करूंगी। इस पर वार्डन का कहना है कि चाहे बीएसए आ जाएं या डीएम। जब तक सामान नहीं मिलेगा तब तक वह नहीं खिलाएगी। हालांकि ‘लाइव हिन्दुस्तान’ इस वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है
इस वायरल वीडियो का संज्ञान लेकर बीएसए आशीष सिंह ने वार्डन का मानदेय रोक दिया है। लेकिन अभिभावक छात्राओं की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। उनका कहना है कि वार्डन को प्रशासनिक आधार पर हटाकर विभाग को जांच कराना चाहिए। क्योंकि वायरल वीडियो में वार्डन का जो तेवर दिख रहा है, उससे छात्राओं की सुरक्षा पर सवाल है।
वीडियो तीन-चार दिन पहले का बताया जा रहा है। पिटाई का विरोध करते हुए छात्रा यह कह रही है कि आप क्यों मार रही हैं? जब खाना खराब मिलेगा तो शिकायत तो होगी ही। छात्रा पूरे आत्म विश्वास के साथ कह रही है कि बीएसए आएंगे तो उनसे शिकायत करेगी।
यह स्थिति तब है जब बीएसए कस्तूरबा छात्राओं के घर पहुंच उनके राखी बंधवा रहे हैं। कस्तूरबा विद्यालय में भी रक्षाबंधन महोत्सव कराया। छात्राओं को यह वचन दिया था कि शासन की योजनाएं उनके पहुंचाई जाएंगी। सुरक्षा व सम्मान का ख्याल रखा जाएगा। रक्षाबंधन पर छात्राओं को बीएसए का दिया वचन की उनके ही मातहत धज्जियां उड़ा रहे हैं।
मामला जानकारी में आया है। वार्डन का मानदेय रोक दिया गया है। प्रकरण में जांच की जा रही है। इस मामले में जरूरी कार्रवाई होगी।
आशीष कुमार सिंह, बीएसए