सिरफिरे ने मां, पत्नी और तीन बेटियों को मार डाला
गैस खत्म होने पर हुआ था विवाद
डीआईजी गढ़वाल केएस नगन्याल ने बताया कि, सोमवार सुबह महेश तिवारी पूजा कर रहा था। पत्नी ने गैस खत्म होने पर उसे टोका कि, हमेशा पूजा में बैठे रहते हो, घर का काम नहीं करते। आरोपी ने सिलेंडर बदला, लेकिन वह नहीं चला। फिर दूसरा सिलेंडर बदलने लगा। इस बीच पत्नी ने दोबारा टोका तो महेश ने आपा खोकर वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने सबसे पहले रसोई में नाश्ता बना रही पत्नी का गला काटकर हत्या की। फिर एक-एक करके तीनों बेटियों की हत्या की। आखिरी में उसने मां को मारा। आरोपी की मां विक्षिप्त थी।
रानीपोखरी (देहरादून), कार्यालय संवाददाता। देहरादून के रानीपोखरी थाना क्षेत्र के नागाघेर में एक सिरफिरे ने पूजा के दौरान पत्नी के टोकने पर मां, पत्नी और तीन बेटियों की चाकू से गला रेत कर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
वारदात सोमवार सुबह करीब पौने सात बजे हुई। पत्नी और बच्चियों के चीखने की आवाज सुनकर पड़ोसी सुबोध जायसवाल ने एसओ शिशुपाल राणा को सूचना दी। एसओ ने बताया कि, आरोपी महेश तिवारी पुत्र दिनेश तिवारी मूल रूप से इलाहाबाद रोड, अतहरा, बांदा यूपी का रहने वाला है। 2015 से वह परिवार के साथ रानीपोखरी के नागाघेर में रह रहा था।
हर तरफ बिखरा था खून, फर्श पर लाशें जब पुलिस दरवाजा तोड़कर घर में दाखिल हुई तो फर्श पर पांच लाशें पड़ी थीं और हर तरफ खून बिखरा हुआ था। आरोपी महेश फरार होने के लिए खून से सने कपड़े बदल रहा था। डीआईजी गढ़वाल केएस नगन्याल, एसएसपी दलीप सिंह कुंवर, एसपी देहात कमलेश उपाध्याय, सीओ डोईवाला अनिल शर्मा भी मौके पर पहुंचे। फोरेंसिक टीम ने मौके से वारदात के सबूत जुटाए। मरने वालों में मां बीतन देवी (75 वर्ष), पत्नी नीतू देवी (36 वर्ष) बेटी अपर्णा (13 वर्ष), स्वर्णा उर्फ गुल्लो (11 वर्ष) और अन्नपूर्णा उर्फ बिट्टो (9 वर्ष) शामिल हैं।
बड़ी बेटी बच गई आरोपी महेश की बड़ी बेटी कृष्णा, बुआ के साथ ऋषिकेश में रहती है, इसलिए उसकी जान बच गई। अपर्णा ऋषिकेश के ओमकार स्कूल में दसवीं और अन्नपूर्णा रानीपोखरी के शिव शिक्षा निकेतन में चौथी में पढ़ती थी। तीसरी बेटी स्वर्णा पैर से दिव्यांग और मानसिक रूप से कमजोर थी। वह स्कूल नहीं जाती थी।