इसकी मदद से चाइल्ड ट्रैकिंग भी की जा सकेगी। वहीं कितने बच्चों के खाते में डीबीटी की धनराशि पहुंची, इसका ब्यौरा रोज अपडेट होगा। पंजीकरण, ड्रापआउट व रिटेंशन दर भी अपडेट होती रहेगी। निपुण भारत के लक्ष्यों को इससे जांचा जा सकेगा और डैशबोर्ड पर स्कूलवार, ब्लॉकवार और जिलावार स्थिति दिखेगी। इसके माध्यम से मिड डे मील की मॉनिटरिंग भी की जाएंगी। स्कूल से मिड डे मील खाते हुए फोटो अपलोड की जाएंगी। निरीक्षण मॉड्यूल को भी यहां लाइव किया जाएगा।
लखनऊ। प्रदेश की बुनियादी शिक्षा पर नजर रखने के लिए अगले महीने विद्या समीक्षा केन्द्र की शुरुआत होगी। इसके पहले परिषदीय स्कूलों में तिमाही परीक्षाएं करवाने की योजना है।
इस केन्द्र के डैशबोर्ड से पूरे प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था एक नजर में दिख जाएगी। ऑपरेशन कायाकल्प के साथ ही निपुण लक्ष्यों के आकलन का मूल्यांकन मिनटों में होगा। इस केन्द्र से रियल टाइम मॉनिटरिंग की जाएगी।
केंद्र की शुरुआत करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से समय मांगा गया है। परीक्षा के बाद रिजल्ट का डैशबोर्ड लाइव मुख्यमंत्री को दिखाने की योजना है। यह केन्द्र राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत तैयार किया गया है। इसके लाइव होने से पहले तिमाही परीक्षाएं करवाई जाएंगी ताकि परीक्षा के बाद बच्चों की ओएमआर शीट को सरल एप के माध्यम से स्कैन किया जाए, तुरंत ही विद्या समीक्षा केन्द्र के डैशबोर्ड पर परिणाम आ जाएगा। इससे ही बच्चों का रिजल्ट तैयार किया जाएगा और ब्लॉक, जिले का आकलन भी तुरंत इसके डैशबोर्ड पर दिखेगा। अभी तक मिड डे मील, ऑपरेशन कायाकल्प, निपुण भारत, निरीक्षण आदि के अलग-अलग मॉड्यूल हैं और इसकी मॉनिटरिंग का तरीका भी अलग-अलग है।
इससे स्कूलों में चल रहे विभिन्न कार्यक्रमों की रियल टाइम मॉनिटरिंग होगी। इससे आने वाले डाटा का विश्लेषण किया जाएगा। वहीं डैशबोर्ड पर यह भी दिखेगा कहां पर समस्याएं ज्यादा हैं। इससे नीति बनाने में मदद मिलेगी। इस केंद्र के लिए 50 लोगों की टीम का प्रशिक्षण चल रहा है।