बिजनौर। जनपद के 143 परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के भवन के ऊपर से एचटी या एलटी विद्युत लाइन गुजर रही हैं। विद्यालयों के ऊपर से लाइन गुजरने से पढ़ने वाले छात्रों व शिक्षकों को खतरा बना रहता है। शिक्षा विभाग विद्यालयों के ऊपर से गुजरने वाली लाइनों को शिफ्ट कराएगा। इसके लिए अधीक्षण अभियंता को पत्र लिखा गया है।
जनपद में 2119 परिषदीय विद्यालय हैं। इसमें से 1354 प्राथमिक विद्यालय, 376 उच्च प्राथमिक, 389 कंपोजिट विद्यालय संचालित हैं। विद्यालयों में दो लाख 34 हजार छात्र-छात्राएं पढ़ाई करते हैं। इनमें करीब 143 प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों के प्रांगण या भवन के ऊपर से बिजली की हाईटेंशन या 440 वोल्टेज वाली एलटी लाइन गुजर रही हैं। ऐसे में बिजली लाइन के तार टूटने, बरसात के दिनों में बिल्डिंग या खंभे से करंट आदि का खतरा बना रहता है। गत सप्ताह विद्यालय में करंट से एक शिक्षक की मौत हो गई थी। शिक्षक के साथ हादसा होने के बाद शिक्षक नेताओं ने लाइन शिफ्ट कराने के लिए बीएसए, एसई, डीएम से मुलाकात की थी। बीएसए कार्यालय ने ऐसे विद्यालयों की सूची बनाकर बिजली विभाग को शिफ्ट करने का एस्टीमेट बनाने को कहा है।
शिक्षक नेता दुष्यंत कुमार, नौबहार सिंह का कहना है कि पिछले सप्ताह शिक्षक कौशल व जौली करंट की चपेट में आ गए। कौशल की मृत्यु हो गई थी। शिक्षक जौली गंभीर रूप से झुलस गए। उनका उपचार चल रहा है। विद्यालयों के ऊपर से गुजर रही लाइनों को हटवाने के संबंध में डीएम, अधीक्षण अभियंता से मुलाकात की है। सभी विद्यालयों के ऊपर से जाने वाली लाइनों को हटवाया जाए।
जिन विद्यालयों के प्रांगण या भवन के ऊपर से विद्युत लाइनें गुजर रही हैं। बीईओ स्तर से उनकी सूची बना ली गई है। बिजली लाइन शिफ्ट करने के लिए विद्यालयों की सूची अधीक्षण अभियंता कार्यालय को भेज दी है
- जयकरन यादव, बीएसए