स्कूली बच्चों के लिए रसोई में तैयार होने वाले मिड डे मील की सीसीटीवी कैमरे से लाइव निगरानी की जाएगी । इसे लेकर रसोई में सीसीटीवी कैमरे लगेंगे । दरअसल , शिक्षा निदेशालय ने सरकारी स्कूल और सहायता प्राप्त स्कूलों में मिड डे मील की आपूर्ति के संबंध में निविदा जारी की है , जिसमें रसोई में बनने वाले मिड डे मिल को लेकर मानदंड तय किए हैं ।
इसके तहत रसोई में भोजन तैयार करने वाले संगठन को पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाने होंगे । इसका पूरी तरह से चालू रहना जरूरी है । सीसीटीवी फुटेज का रिकॉर्ड रखना होगा । साथ ही संगठन को संबंधित उप निदेशक को लाइव फीड उपलब्ध कराना होगा , जिससे रसोई की स्थिति लाइव दिख सके ।
सख्त रुख अपनाया:
निदेशालय ने मिड डे मील की गुणवत्ता को लेकर सख्त रुख अपनाया है । जिस भी संगठन को मिड डे मील आपूर्ति की जिम्मेदारी मिलेगी । उसको कई मानकों को परा करना होगा ।
सेमी ऑटोमेटेड रसोई में तैयार होगा भोजन:
मिड डे मिल को सेमी ऑटोमेटेड रसोई में तैयार किया जाएगा । उसके लिए पर्याप्त संसाधन सुनिश्चित करने होंगे । रसोई का आकार 700 वर्ग गज से लेकर एक हजार वर्ग गज तय किया गया है । संस्था के पास 100 वर्ग गज की जगह खाद्यान्न रखने के लिए होनी चाहिए । डीपीसीसी से प्रदूषण प्रमाण पत्र और एमसीडी से स्वास्थ्य लाइसेंस का होना आवश्यक है । खाना बनाने और साफ – सफाई के लिए गर्म पानी का उपयोग बॉयलर प्लांट / सोलर वाटर हीटिंग की व्यवस्था से किया जाए ।
60 हजार बच्चों के लिए करना होगा तैयार:-
मिड डे मील में चावल – कड़ी , चावल- सांभर / दाल , चावल और छोले , पौष्टिक सब्जी दलिया , पूड़ी छोले , आटा और बेसन पूरी , आलू कड़ी को आपूर्ति के लिए शामिल किया गया है । प्रत्येक चयनित आवेदक को दस से लेकर 60 हजार प्राथमिक और उच्च प्राथमिक बच्चों को भोजन तैयार होगा।