सोनभद्र। पिछले साल कोर्ट के आदेश के बाद साढ़े चार सौ से अधिक शिक्षकों का गैर जिला तबादला होने के बाद बड़ी तादाद में एकल शिक्षक वाले स्कूल बंद होने की कगार पर पहुंच गए थे। ऐसे में करीब 50 शिक्षकों को इन स्कूलों से संबद्ध किया गया है, ताकि स्कूलों का संचालन होता रहे। इस मामले में विभाग के निदेशक ने बीएसए से रिपोर्ट तलब की है।
आदिवासी बाहुल्य जिले में कुल 2061 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। इनमें वर्तमान समय में साढ़े चार हजार से अधिक तैनात हैं। पिछले साल करीब चार सौ शिक्षकों का गैर जनपद तबादला हुआ था। ऐसे में स्कूलों में न सिर्फ छात्र-शिक्षक अनुपात गड़बड़ा गया, बल्कि पठन-पाठन की व्यवस्था भी प्रभावित हुई है। इससे चितिंत विभाग ने स्कूलों को संचालित करने के लिए 50 से अधिक शिक्षकों को अन्य स्कूलों पर जगहों पर पदस्थापन किया गया है। इस मामले में दो जनवरी को महानिदेश स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने पत्र जारी कर बीएसए से रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने अगर मानक के विपरीत शिक्षकों को संबंध किया गया है तो उसे तत्काल खत्म करने का निर्देश दिया है। वहीं बीएसए को सप्ताह भर का समय रिपोर्ट देने को दिया गया है। बीएसए को यह भी स्पष्ट करना होगा कि कोई शिक्षक गलत ढंग से अपने मूल तैनाती वाले स्कूल से अन्य जगह पर तैनात है या नहीं। बीएसए हरिवंश कुमार ने बताया कि जिले में कोई भी शिक्षक अन्य स्थानों पर संबंध नहीं है। शिक्षकों के स्थानांतरण होने के बाद जो स्कूल शिक्षक विहिन हो गये थे, वहां पर 50 शिक्षक तैनात किए गए है