अब अनुपस्थित पाए गए शिक्षकों का तय होगा उत्तरदायित्व
लखनऊ : परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति की जांच टास्क फोर्स की तीन महीने की जांच के लिए टास्क फोर्स के निरीक्षण में बीते तीन महीने में 16,706 शिक्षक गायब मिले। प्रत्येक जिले में जिला टास्क फोर्स, ब्लाक स्तरीय टास्क फोर्स व बेसिक शिक्षा परिषद की अलग से गठित टास्क फोर्स के निरीक्षण में यह सच्चाई सामने आई है। दिसंबर 2022 जनवरी व फरवरी 2023 में अलग-अलग टास्क फोर्स के निरीक्षण में ये शिक्षक स्कूलों से गायब मिले।
महानिदेशक, स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद की और से इन अनुपस्थित शिक्षकों का उत्तरादायित्व निर्धारित करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं सभी जिलों में लक्ष्य के सापेक्ष शत-प्रतिशत निरीक्षण किए जाने के निर्देश भी दिए गए हैं। दिसंबर 2022 में जिला स्तरीय टास्क फोर्स को 4,125 स्कूलों का निरीक्षण करना था और उसने 1,022 यानी 25 प्रतिशत स्कूलों का वैरा किया। ब्लाक स्तरीय 17,696 स्कूलों के मुकाबले 3,668 स्कूलों का निरीक्षण यानी 21 प्रतिशत स्कूलों का निरीक्षण किया। विभागीय टीम को 1,37,410 स्कूलों का निरीक्षण करना था और उसने 1, 15829 यानी 84 प्रतिशत स्कूलों का निरीक्षण किया। तीनों टीमों ने कुल 1,59231 स्कूलों में से 1,20,519 यानी 76 प्रतिशत स्कूलों का औचक निरीक्षण किया और 5,988 शिक्षक स्कूलों में अनुपस्थित पाए गए।
जनवरी 2023 में जिला स्तरीय टास्क फोर्स ने 2,063 स्कूलों में से 793 यानी 38 प्रतिशत स्कूलों का निरीक्षण किया। इसी तरह पाए गए। ब्लाक स्तर पर 3,022 स्कूलों में से 34 प्रतिशत स्कूलों का निरीक्षण किया गया। विभागीय टास्क फोर्स ने लक्ष्य के अनुसार सभी 68,918 स्कूलों यानी शत-प्रतिशत स्कूलों का निरीक्षण किया। इस तरह कुल 73,790 स्कूलों की जांच की गई
सबसे ज्यादा शिक्षक हरदोई में अनुपस्थित मिले
प्रदेश में टास्क फोर्स के माध्यम से बीते तीन महीने में सबसे ज्यादा 482 शिक्षक हरदोई में अनुपस्थित पाए गए हैं। दूसरे नंबर पर सीतापुर में 461, तीसरे नंबर पर बहराइच में 459, चौथे नंबर पर 432 बरेली में और पांचवें नंबर पर देवरिया में 431 शिक्षक अनुपस्थित पाए गए।