प्रयागराज, पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर मंगलवार को सैकड़ों कर्मचारियों ने धरना-प्रदर्शन किया। पुरानी पेंशन योजना बहाली संयुक्त मंच के बैनर तले केंद्रीय और राज्य कर्मचारियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। संयोजक और एनसीआरएमयू के राष्ट्रीय महामंत्री आरडी यादव की अध्यक्षता में सुबह 11 बजे से शुरू इस धरना प्रदर्शन में कर्मचारी नेताओं ने पुरानी पेंशन को लेकर केंद्र और राज्य सरकार को घेरा। कहा कि एक तरफ सरकार देश में आर्थिक प्रगति पर वाहवाही लूट रही है तो दूसरी ओर पुरानी पेंशन को बहाल करने में आर्थिक संकट बता रही है।
संयोजक आरडी यादव ने कहा कि कर्मचारियों की सेवा को ध्यान में रखते हुए पुरानी पेंशन लागू की जाए। पुरानी पेंशन ब्रिटिश हुकूमत के समय रॉयल कमिशन से लागू हुई थी, जिसे सरकार ने छीन लिया। अगर 20 मई तक पुरानी पेंशन की बहाली नहीं होती है तो देश भर में रेल के पहिए रोक दिए जाएंगे। सह संयोजक और कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष राग विराग ने कहा कि कर्मचारी 2024 में उसी दल को वोट करेंगे, जो पुरानी पेंशन बहाली के लिए घोषणा पत्र जारी करेगी।
प्रदर्शन में जिला प्रशासनिक अधिकारियों के हाथों मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। तय हुआ कि 20 मई तक पुरानी पेंशन की बहाली नहीं हुई तो तीसरे चरण के आंदोलन में कर्मचारी और शिक्षक समाज अपने-अपने परिवार के साथ ऐतिहासिक मशाल जुलूस निकालेंगे। इस मौके पर जितेंद्र चतुर्वेदी, ध्रुव नारायण, राजकुमार सागर, लक्ष्मण सिंह, अरुण पांडेय, श्याम सूरत पांडेय, राजेश्वर शुक्ला, राजेश, इं. हौसला मिश्रा, राम कृष्ण मिश्रा, शुभम त्रिपाठी, दया शंकर यादव, संतोष कुमार मिश्रा, आशीष शुक्ला, राशिद, सुभाष पाण्डेय, रमेश, डीएस यादव, मनोज यादव, घनानंद यादव, श्याम सुंदर पटेल, प्रमोद कुमार मिश्रा, दयाराम पटेल आदि ने अपने विचार रखे। धरने का संचालन मंच के सह संयोजक सचिव विनोद कुमार पांडेय ने किया।