मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्देश- दस दिन में स्कूलों में शुरू कराएं कक्षा 6 से 12 की पढ़ाई
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्देश- दस दिन में स्कूलों में शुरू कराएं कक्षा छह से 12 की पढ़ाई
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण का कहर कम होते देख अन्य क्षेत्रों में छूट देने के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्कूल खोलने का निर्देश भी नए सिरे से जारी कर दिया है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर कोविड अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा में दस दिन में कक्षा छह से 12 तक के स्कूल खोलने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री का रुख देखकर माना जा रहा है कि 12 फरवरी से उत्तर प्रदेश में सभी स्कूल खुल जाएंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम-11 के साथ समीक्षा बैठक में कहा कि केंद्र सरकार की गाइडलाइंस के अनुरूप विद्यालयों में कक्षा छह से कक्षा 12 तक की पढ़ाई दस दिनों में प्रारम्भ करने के सम्बन्ध में विचार किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी जगह पर स्थिति का पूरी तरह आकलन करने के बाद ही इन कक्षाओं का संचालन प्रारम्भ किया जाए। मुख्यमंत्री ने कक्षा छह से 12 तक के बच्चों की स्कूल में कक्षा शुरू कराने को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिया। उन्होंने कहा बच्चों को अब स्कूलों में कक्षा में जाने के संबंध में विचार करें। हर जिले में कोविड की स्थिति का आंकलन के बाद ही पढ़ाई शुरू कराएं। हर जगह पर कोविड गाइडलाइंस के अनुरूप ही कक्षाएं चलाएं। उन्होंने कहा कि दस दिन में स्कूलों में कक्षा छह से 12 तक की पढ़ाई का संचालन शुरू कराने की तैयारी करें। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में कोविड-19 का टेस्टिंग कार्य पूरी क्षमता से संचालित किया जाए। इसी के साथ ही कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग तथा सॢवलांस सिस्टम को सक्रिय रखा जाए।
केंद्रीय बजट के परिप्रेक्ष्य में समय से प्रेषित प्रस्ताव: मुख्यमंत्री ने वर्ष 2021-22 के केंद्रीय बजट के परिप्रेक्ष्य में संबंधित विभागों को अपने-अपने प्रस्ताव भारत सरकार को समय से प्रेषित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा केंद्र सरकार ने आगामी वित्तीय वर्ष के अपने बजट में जल जीवन मिशन के तहत नगरीय क्षेत्रों को शामिल करने का प्रस्ताव किया है। इसे ध्यान में रखते हुए शहरी इलाकों की पेयजल की योजनाओं के प्रस्ताव तैयार कर भारत सरकार को समय से उपलब्ध कराए जाएं।
लखनऊ में वायरोलॉजी संस्थान की स्थापना की कार्यवाही : उन्होंने कहा कि लखनऊ में वायरोलॉजी संस्थान की स्थापना की कार्यवाही को तेजी से आगे बढ़ाया जाए। इस संस्थान को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, पुणे की तर्ज पर विकसित किया जाए। अब प्रदेश में वायरोलॉजी संस्थान की स्थापना हो जाने पर चिकित्सा के क्षेत्र में उच्चस्तरीय जांच व शोध की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।
प्रत्येक मंडल में एक सैनिक स्कूल: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के ज्यादा से ज्यादा विद्याॢथयों को अधिकारी के रूप में सेना में भर्ती का अवसर उपलब्ध कराने तथा उनकी उत्तम शिक्षा के उद्देश्य से प्रत्येक मंडल में एक सैनिक स्कूल स्थापित किया जाए। इसके दृष्टिगत केंद्र सरकार को प्रस्ताव प्रेषित किया जाए। मंडियों में गोदाम की स्थापना के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव उपलब्ध कराए जाएं। मंडियों को ई-नाम से जोडऩे के लिए कार्यवाही की जाए।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के समस्त 08 आकांक्षात्मक जनपदों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने के लिए गम्भीरता से प्रयास कर रही है। इन जनपदों में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर करने के लिए केंद्र को प्रस्ताव भेजा जाए। दूर-दराज के क्षेत्रों तक बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कृतसंकल्पित है। इसके अन्तर्गत ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है। दूर-दराज के क्षेत्रों में जीवन रक्षक दवाएं सुलभ कराने में ड्रोन के उपयोग की योजना का प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाए।
गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना को हरिद्वार एवं वाराणसी तक विस्तारित करने तथा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को बलिया से जोडऩे के संबंध में केंद्र सरकार को प्रस्ताव प्रेषित कर सहायता प्राप्त की जाए। इसके साथ गो-आश्रय स्थलों के संचालन के लिए समय से धनराशि उपलब्ध कराई जाए। स्थानीय जनता, समाज सेवी संस्थाओं आदि को भी इनके संचालन से जोड़ा जाए। केंद्र सरकार की अभ्युदय योजना के संचालन की कार्यवाही को तेजी से आगे बढ़ाया जाए। प्रदेश के युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के उद्देश्य से प्रारंभ की जा रही इस योजना का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए। अमृत योजना के अंतर्गत सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के प्रस्ताव और प्रधानमंत्री आवास योजना तथा प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजे जाएं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में इस समय सघन पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान संचालित किया जा रहा है। इसके तहत टीमें घर-घर जाकर 0-5 वर्ष आयु के बच्चों को पोलियो टीके की खुराक पिला रही हैं। अभियान के तहत लक्षित आयु वर्ग के सभी बच्चों का पोलियो टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए।