लखनऊ: उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा अपनाई गई द्विस्तरीय परीक्षा प्रणाली के तहत प्रारंभिक अहर्ता परीक्षा ( पीईटी ) कराए जाने का रास्ता साफ हो गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयोग की ओर से प्रस्तावित पाठ्यक्रम और परीक्षा कार्यक्रम को मंजूरी दे दी है।
मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद शुक्रवार को इस बारे में शासनादेश जारी होने की संभावना है। प्रारंभिक अर्हता परीक्षा 2 घंटे की होगी। सौ सवालों का प्रश्नपत्र होगा।
प्रत्येक प्रश्न की गलत उत्तर के लिए चौथाई अंक की नेगेटिव मार्किंग भी होगी। परीक्षा अप्रैल-मई में हो सकती है। आयोग की ओर से बीती 10 फरवरी को मुख्यमंत्री के सामने पीईटी के पाठ्यक्रम और परीक्षा कार्यक्रम का प्रस्तुतीकरण किया गया था। मुख्यमंत्री योगी ने इसको संशोधन का निर्देश दिया था। मुख्यमंत्री के निर्देश पर संशोधन को शामिल करते हुए आयोग ने प्रस्ताव मुख्यमंत्री के मंजूरी के लिए भेजा था।