नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत के साथ ही 9वीं से 12वीं तक की कक्षाओं का पाठ्यक्रम जारी कर दिया है। शैक्षणिक सत्र 2021 -22 में स्कूलों को इसी पाठ्यक्रम अनुसार पढ़ाना है। मूल्यांकन भी इसी पाठ कर्म के आधार पर होगा। नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क 2005 के अनुसार तैयार पाठ्यक्रम से विद्यार्थियों का शारीरिक, बौद्धिक व सामाजिक विकास संभव हो सकेगा।
सीबीएसई की ओर से प्रत्येक वर्ष सत्र की शुरुआत होने पर स्कूलों को पाठ्यक्रम जारी किया जाता है। जिससे सत्र के आरंभ से ही छात्रों को यह पता चल सके कि उन्हें पूरे वर्ष किस विषय में क्या पढ़ना है। बोर्ड ने स्कूलों को सप्ताह दी है कि वह एनसीईआरटी द्वारा निर्धारित किए गए लर्निंग आउटकम को अपनाएं जिससे नवमी दशमी में योग्यता आधारित प्रश्नों को शामिल किया जाए।
नवमी और दशमी के पाठ्यक्रम में 2 भाग (एक भाषा अनिवार्य), सोशल साइंस गणित साइंस व अन्य कोई इलेक्ट्रिक विषय (वैकल्पिक) जैसे हेल्थ एंड फिजिकल एजुकेशन, आर्ट एजुकेशन के आधार पर उनका मूल्यांकन होगा। स्कूल कंप्यूटर एप्लीकेशन,इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में से किसी एक विषय को ऑफर कर सकता है। इन विषयों के कंबीनेशन की मंजूरी नहीं है। 11वीं 12वीं के इस पाठ्यक्रम में 9 क्षेत्र ह्यूनिटी एंड सोशल साइंस, लैंग्वेज, मैथमेटिक्स, बिजनेस एंड कॉमर्स आधारित इलेक्ट्रिक, विजुअल एंड परफॉर्मिंग एंड क्रिएटिव आर्ट, स्किल इलेक्ट्रिव, हेल्थ एंड फिजिकल एजुकेशन, सामान्य शिक्षा शामिल है। स्कूल में विद्यार्थी छात्र इस पाठ्यक्रम को सीबीएसई की वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं।