गोंडा : छात्रों के शैक्षिक स्तर का मूल्यांकन करने को परीक्षा ली जाती है। विद्यार्थी पास होने के बाद अगली कक्षा में प्रवेश लेते हैं। अब शिक्षाधिकारियों की भी अग्निपरीक्षा होगी। कायाकल्प के साथ ही अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन पर अंक मिलेगा 50 फीसद से कम अंक पाने वाले अफसर फेल माने जाएंगे।
बेसिक शिक्षा विभाग परिषदीय स्कूलों में अध्ययनरत छात्रों के शैक्षिक उन्नयन के लिए कई तरह के कार्यक्रम चला रहा है। विद्यालयों का भौतिक परिवेश बदलने के लिए कायाकल्प योजना संचालित है। इन कार्यों को पूरा कराने के लिए शिक्षकों के साथ ही अधिकारी भी बराबर के भागीदार होंगे।
बीएसए व खंड शिक्षा अधिकारी का कार्य के आधार पर मूल्यांकन होगा। बीएसए का 18 व बीईओ का 16 बिंदुओं पर मूल्यांकन किया जाएगा। सभी कार्यों के लिए अलग अलग अंक निर्धारित है। आपरेशनकायाकल्प का कार्य पूरा कराने पर 20 अंक दिए जाएंगे। इसी तरह से गुणवत्तापरक फर्नीचर उपलब्ध कराने पर पांच अंक निर्धारित किया गया है। शिक्षकों को आनलाइन अवकाश स्वीकृति, निरीक्षण का लक्ष्य पूर्ति दिव्यांग बच्चों के चिन्हीकरण व कस्तूरबा विद्यालयों के रिक्त पद भरने पर पांच-पांच अंक प्रदान किया जाएगा। माना जा रहा है कि शिक्षाधिकारियों के ट्रांसफर व प्रमोशन में अंकों को आधार बनाया जाएगा।
इस तरह होगा मूल्यांकन : शिक्षाधिकारियों को 80 फीसद से अधिक अंक मिलने पर उत्कृष्ट श्रेणी में रखा जाएगा। 71 से 80 पर अतिउत्तम 61 से 70 पर उत्तम, 50 से 60 पर संतोषजनक व 50 फीसद से कम अंक मिलने पर अनुत्तीर्ण या खराब माना जाएगा।
गोपनीय आख्या होगी तैयार
बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. विनय मोहन वन ने बताया कि कार्यों में तेजी लाने के लिए व्यवस्था बनाई गई है। इसी आधार पर गोपनीय आख्या तैयार की जाएगी और आगे शासन स्तर से जिम्मेदारी तय की जाएगी।