गोरखपुर: परिषदीय स्कूलों में अब स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम चलेगा। निपुण भारत मिशन व राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम के जरिए बच्चों को इस प्रकार से तैयार किया जाएगा, ताकि उन्हें आगे चलकर किसी कक्षा में परेशानी न हो। इसको लेकर बेसिक शिक्षा विभाग ने रूपरेखा तैयार कर ली है। योजना के तहत कक्षा एक के शिक्षकों को चरणबद्ध तरीके से प्रशिक्षित किया जाएगा।
तीन माह तक चलने वाले इस कार्यक्रम के अन्तर्गत न सिर्फ जनपद स्तर पर शिक्षकों को प्रशिक्षित कर उनका क्षमता संवर्धन किया जाएगा बल्कि बच्चों की विषयों के बारे में जानकारी, शब्द व अक्षर को पहचानने की क्षमता, शिक्षकों से परिचय, पढ़ने-लिखने की क्षमता की क्या स्थिति है, इस पर भी जोर रहेगा।
कार्यक्रम के तहत नौनिहालों के व्यवहार तथा मेडिटेशन के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। इसके लिए बच्चों को कला की पुस्तकें, बुक रीडिंग, आंतरिक प्रतिभा के बारे में अभिभावकों की मौजूदगी में विशेष रूप से चर्चा की जाएगी। पाठ्यक्रम से अतिरिक्त चलने वाले इस कार्यक्रम के पूरा होने के बाद बच्चों को उनकी कक्षाओं से संबंधित पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा।
स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम को प्रमुखता से संचालित करने के लिए शासन से निर्देश प्राप्त हो गए हैं। इसके तहत खेल आधारित स्कूल की तैयारी के लिए गाइडलाइन विद्या प्रवेश माड्यूल में विस्तृत रूप से दी गई है। इसमें दी गई सामग्री व गतिविधि को प्रशिक्षकों द्वारा संबंधित शिक्षकों को प्रशिक्षण के माध्यम से स्पष्ट किया जाएगा। -विवेक जायसवाल, जिला समन्वयक, प्रशिक्षण