प्रतापगढ़:- जिले के उन ग्राम प्रधानों को झटका लगा है, जो स्कूलों में पूर्व में तैनात रसोइयों को हटाकर अपने करीबियों का चयन करने के लिए प्रधानाध्यापकों पर दबाव बना रहे थे। शासन ने चालू शिक्षा सत्र में किसी भी रसोइया को हटाने और नए चयन पर पूरी तरह रोक लगा दी है। शासन ने कहा है कि अगर किसी रसोइया का बच्चा स्कूल में 4 नहीं पढ़ रहा है, तो भी उसे हटाया नहीं जाएगा।
जिले के स्कूलों में तैनात रसोइयों के चयन में इस वर्ष कोई परिवर्तन नहीं होगा। जिले की 1193 ग्राम पंचायतों में नए प्रधानों की ताजपोशी होने के बाद रसोइयों को हटाकर अपने करीबियों को तैनात करने का प्रयास शुरू हो गया था। जिले के कुछ स्कूलों में पुराने लोगों को हटाकर नए लोगों का चयन भी कर लिया गया था। मगर शासन से जारी पत्र में स्पष्ट किया गया है कि चालू शिक्षासत्र में किसी भी रसोइया को न तो हटाया जाएगा और न ही खाली स्थान पर नए का चयन किया जाएगा।
मिडिल में 23 से और प्राइमरी स्कूलों में एक सितंबर से बनेगा खाना
जिले में 23 अगस्त से खुलने वाले मिडिल स्कूलों और एक सितंबर से प्राइमरी स्कूलों में अब पका पकाया भोजन बच्चों को परोसा जाएगा। बीएसए ने पत्र जारी कर सभी प्रधानाध्यापकों से प्रतिदिन खाना बनवाने को कहा है। कोरोना संक्रमण के चलते स्कूलों के बंद होने से एमडीएम का राशन कोटेदारों के माध्यम से और कनवर्जन कास्ट की रकम आनलाइन अभिभावकों के खातों में भेजी जा रही थी।